कोरोना से निपटने के लिए जालंधर प्रशासन तैयार,यहां बनाए आइसोलेशन सैंटर

punjabkesari.in Tuesday, Apr 14, 2020 - 11:24 AM (IST)

जालंधरः कोरोना वायरस ने जहां विश्व के 200 देशों को अपनी चपेट में ले रखा है, वहीं भारत और पंजाब विशेषकर जालंधर में भी कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। कोरोना की बढ़ती दहशत को देखते हुए जहां पूरे देश में लॉकडाऊन व कर्फ्यू घोषित है, वहीं जिन क्षेत्रों से कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीज मिले हैं, प्रशासन ने उन सभी क्षेत्रों को हॉट स्पॉट घोषित कर दिया है ।

बता दें कि अब तक जालंधर में 24 व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। वायरस के प्रभाव को रोकने के लिए प्रशासन ने एक योजना बनाई है। प्रशासन ने सिविल अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ने की सूरत में पंजाब इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (पी.आई.एम.एस.), एक मेरिटोरियस स्कूल और एक इंजीनियरिंग संस्थान को आइसोलेशन केंद्रों में बदलने का फैसला लिया है।

शहर के अंदरूनी क्षेत्रों मिट्ठा बाजार, लावां मोहल्ला,निजात्म नगर, पुरानी सब्जी मंडी, आनंद नगर, मकसूदां तथा भैरों बाजार,लाल बाजार,राजा गार्डन,कोट हेरां (शाहकोट),करतारपुर को भी पूरी तरह सील कर दिया है। इसके साथ ही कई निजी अस्पतालों के स्टाफ को भी आइसोलेशन में रखा गया है। बता दें कि सिविल अस्पताल में 315, पिम्स में 400 बेड का, मेरिटोरियस स्कूल में 500 बेड , नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एन.आई.टी.) में 500 बैड का आइसोलेशन सैंटर बनाया गया हैं डिप्टी कमिश्नर, जालंधर, वरिंदर शर्मा ने कहा कि किसी भी घटना से लड़ने के लिए हमारे पास 1,735 बेड का बैक-अप है। योजना के तहत मेरिटोरियस स्कूल, एन.आई.टी. और पिम्स जैसे अलग-अलग स्थानों को आइसोलेशन सैंटरों के तौर पर चुना गया है।


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swetha

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