सबसे अधिक यू.डी.आई.डी. कार्ड बनाकर जालंधर बना राज्य का अग्रणी जिला

punjabkesari.in Sunday, Jan 17, 2021 - 08:03 PM (IST)

जालंधरः जिला प्रशासन के दिव्यांग व्यक्तियों को पंजाब सरकार की अलग-अलग कल्याणकारी योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ पहुंचाने के उद्देश्य के साथ यू.डी.आई.डी. कार्ड जारी करने के लिए पंजीकृत करने के लिए किए जा रहे संजीदा प्रयासों से जिला जालंधर विशेष दिव्यांगता पहचान पत्र (यू.डी.आई.डी.) जारी करने में राज्य भर में प्रमुख जिला बन गया है। डिप्टी कमिश्नर जालंधर घनश्याम थोरी ने बताया कि प्रशासन को पोर्टल पर यू.डी.आई.डी.कार्ड बनाने के लिए 3510 प्रार्थनापत्र प्राप्त हुए थे, जिनमें से 3134 यू.डी.आई.डी. कार्ड सफलतापूर्वक जिले में तैयार किए जा चुके हैं, जोकि राज्य के बाकी जिलों से सबसे अधिक हैं। 

डिप्टी कमिश्नर ने दोहराया कि जिला प्रशासन की तरफ से यू.डी.आई.डी.कार्ड बनाने में राज्य भर में प्राप्त किए गए इस स्थान को बरकरार रखने के लिए मुहिम को और तेज किया जाएगा। उन्होंने आगे बताया कि यू.डी.आई.डी.कार्ड तैयार करने के लिए नोडल एजेंसी स्वास्थ्य विभाग को निर्देश जारी किए गए हैं कि विशेष जरूरतों वाले व्यक्तियों को विशेष पहचान पत्र जारी करने के लिए विशेष मुहिम चलाई जाए। थोरी ने स्वास्थ्य विभाग को कहा कि जिले के सभी कम्युनिटी -प्राथमिक स्वास्थ्य सैंटरों में एक-एक कैंप स्थापित किया जाए और इससे सम्बन्धित जिला निवासियों को कौंसलरों/सरपंचों और आशा वर्करों के द्वारा  जागरूक किया जाए जिससे विशेष ज़रूरतों वाले व्यक्ति भलाई स्कीमों का अधिक से अधिक लाभ उठा सकें। 

उन्होंने बताया कि कैंपों में रोजमर्रा की 500 विशेष ज़रूरतों वाले व्यक्तियों को पंजीकृत किया जाए और वह खुद निजी तौर पर पंजीकृत किए गए व्यक्तियों को कार्ड जारी करने के काम का निरीक्षण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछड़े वर्ग हमारे समाज का अटूट अंग हैं। उन्होंने दोहराया कि इन वर्गों को हर तरह की सहायता मुहैया करवाने में कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि हमारा सबका फर्ज बनता है कि विशेष जरूरतों वाले व्यक्तियों को प्राथमिक सुविधा प्रदान करने साथ-साथ अन्य लोगों की तरह रोजगार के लिए भी एक समान अवसर प्रदान किया जाएं। डिप्टी कमिश्नर ने दिव्यांग व्यक्तियों से अपील की कि यू.डी.आई.डी.कार्ड बनाने के लिए अपने साथ आधार कार्ड, वोटर कार्ड या आयु का कोई भी सबूत, पासपोर्ट साईज फोटो लेकर आए। उन्होंने बताया कि यू.डी.आई.डी.कार्ड सम्बन्धित सेवा केन्द्रों में और आनलाइन भी अप्लाई किया जा सकता है। 

इस सम्बन्धित और अधिक जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि माहिरों के पैनल जैसे कि हड्डियों, ई.एन.टी., आंखों, मनोचिकतसक, बच्चों के माहिरों की तरफ से सभी आवेदकों को दिव्यांगता सम्बन्धित सर्टिफिकेट जारी करने के लिए हर मंगलवार और गुरूवार को जांच की जाती है। यू.डी.आई.डी. स्कीम के नोडल अधिकारी डा.अनु ने कहा कि यू.डी.आई.डी.कार्ड पर क्विक रिस्पांस कोड होता है जोकि विशेष ज़रूरतों वाले व्यक्ति की तस्दीक करने में सहायता करेगा। उन्होंने बताया कि यह कार्ड दिखाई न देने वाले व्यक्तियों को सरकारी बसों में निशुल्क यात्रा करने की सुविधा प्रदान करने के अलावा रोज़गार सम्बन्धित अनेकों मौकों में सहायक सिद्ध होगा। 

Mohit