मकसूदां थाना ब्लास्ट: विस्फोटक सामग्री व छर्रे हुए बरामद (देखें तस्वीरें)

punjabkesari.in Sunday, Sep 16, 2018 - 08:51 AM (IST)

जालंधर(राजेश): थाना मकसूदां में हुए विस्फोट के दूसरे दिन भी बम फैंकने वालों के इनपुट नहीं मिले हैं। सुबह होते ही पुलिस की अलग-अलग टीमों ने कई बिंदुओं पर जांच शुरू कर दी थी। शनिवार सुबह चंडीगढ़ से आई एफ.एस.एल. (फॉरैंसिक साइंस लैबोरेटरी) की टीम ने मिट्टी सैंपल के तौर में ली जहां बम गिरे थे। टीम ने विस्फोट होने के कुछ दायरे से छर्रे व विस्फोटक सामग्री बरामद की है।


एफ.एस.एल. की जांच खत्म होने के बाद शाम को एन.एस.जी. की फॉरैंसिक टीम के 8 सदस्य दिल्ली से मकसूदां थाने पहुंचे और जांच शुरू कर दी।  टीम ने कुछ स्थानों से फिंगर प्रिंट भी लिए हैं। वहीं सेना की टुकड़ी, सी.बी.आई., काऊंटर इंटैलीजैंस समेत कई एजैंसियां जांच के लिए पहुंचीं। वहीं आई.जी. नौनिहाल सिंह, एस.एस.पी. जालंधर रूरल नवजोत सिंह माहल, पुलिस कमिश्नर प्रवीण कुमार सिन्हा समेत जालंधर कमिश्नरेट व रूरल पुलिस के सी.आई.ए. स्टाफ की टीम तथा अन्य अधिकारी भी जांच कर रहे हैं।थाने में लगे शीशे के दरवाजे व खिड़कियां टूट गईं तथा थाने के अन्दर खड़े वाहन क्षतिग्रस्त हो गए।

थाने में हुए बम धमाके के बाद मौके पर पंजाब पुलिस के डी.जी.पी. सुरेश अरोड़ा खुद जांच करने पहुंचे। हमले के पीछे आतंकवादी संगठन के हाथ होने की आशंका है। पुलिस कमिश्नर जालंधर पी.के. सिन्हा ने भी कबूला कि बम धमाके के पीछे आतंकवादी संगठन का हाथ हो सकता है। जालंधर पुलिस ने हमलावरों द्वारा थाने में बम फैंकने के प्वाइंट्स जानने के लिए थाने के दाएं और बाएं खाली पड़ी सुनसान जगह पर भी जांच की। एस.एच.ओ. के रूम के बिल्कुल साथ ही खाली जगह है व अंदाजा लगाया जा रहा है कि एक बम फैंकने के लिए उस जगह का इस्तेमाल किया गया होगा जबकि बाकी के बम दूसरी ओर से फैंके गए। हवालात, संतरी की पोस्ट व गेट के बिल्कुल पास फैंके गए बम थाने की बाईं साइड से फैंके जाने का अंदाजा लगाया जा रहा है।


पकड़े गए नशा तस्करों की लिस्ट भी खंगाली  
पुलिस की जांच में थाना मकसूदां के एस.एच.ओ. रमनदीप द्वारा पकड़े गए नशा तस्करों की भी लिस्ट खंगाली जा रही है। रंजिशन बम फैंकने के एंगल पर वर्क  करने के लिए पुलिस उन सभी से पूछताछ कर सकती है। एस.एस.पी. नवजोत सिंह माहल का कहना है कि अभी बम फैंकने वालों के बारे में कुछ भी पता नहीं लग सका है। पुलिस कमिश्नर प्रवीण कुमार सिन्हा ने कहा कि मामले की जांच में जुटे हैं। जल्द ही कोई न कोई इनपुट मिल जाएगा। पुलिस ने शनिवार को थाने के आसपास से डम्प डाटा भी उठाया है। 

पूरी रेकी के बाद दिया वारदात को अंजाम, आसपास की दुकानें थीं बंद
बम फैंकने वालों ने वारदात को अंजाम देने से पहले सारी रेकी की थी। उन्होंने सबसे पहले थाने के साथ लगती दुकानों की टाइमिंग पर काम किया कि दुकानें कितने बजे बंद होती हैं। उन्हें यह भी पता था कि थाने के पास किसी भी जगह पर कैमरे नहीं लगे हैं। थाने के सामने सड़क पार करके एक दुकान पर कैमरा जरूर लगा था जिसकी पुलिस ने फुटेज भी खंगाली लेकिन कैमरे का फोकस दुकान के शटर पर ही था। थाने के आसपास कुछ दुकानदारों से बात की गई जिन्होंने बताया कि वे 6 बजे दुकानें बंद कर देते हैं और उसके बाद वहां कोई आता-जाता नहीं। हालांकि इलाके में लगे सभी सी.सी.टी.वी. कैमरे खंगाले जा रहे हैं। 


लोगों को नसीहत, थाने में लगे कैमरे निकले खराब
लोगों को सी.सी.टी.वी. लगाने की नसीहत देने वाली पुलिस की लापरवाही इतनी है कि खुद के थानों में कैमरे ठीक नहीं करवाए गए। बताया जा रहा है कि थाना मकसूदां में लगे सी.सी.टी.वी. काफी समय से खराब हैं। यह एस.एच.ओ. के ध्यान में भी था लेकिन उसके बावजूद एस.एच.ओ. ने कैमरे ठीक नहीं करवाए। 

पुलिस ने थाने में पत्थर फैंककर किया डैमो, रहा सफल 
डी.एस.पी. दिग्विजय सिंह ने थाने की बाईं साइड जाकर थाने में पत्थर फैंक कर डैमो किया ताकि पता लग सके कि अगर वहां खड़े होकर बम थाने के अंदर फैंका जाएगा तो वह कहां पर आकर गिर सकता है। पुलिस का यह डैमो सफल रहा और पत्थर थाने के अंदर ही गिरा। उस जगह की थाने से दूरी करीब 20 मीटर तक की है। फॉरैंसिक लैब की टीम ने भी इन जगहों से कुछ सैंपल लिए हैं। 

सारा दिन अंदर से लॉक रखा गया थाना
सारा दिन थाने को अंदर से लॉक करके रखा गया। पुलिस की अलग-अलग टीमों ने थाने के आसपास दुकानदारों से पूछताछ की जबकि रेहड़ी वालों से भी संदिग्धों की पहचान के लिए पूछताछ की गई। अभी तक क्लीयर नहीं हो पाया है कि हमलावरों की गिनती कितनी थी लेकिन अंदाजा है कि हमलावर 4 से अधिक थे। 


अधिकतम नुक्सान की प्लानिंग से फैंके गए थे बम!
माना जा रहा है कि बम फैंकने वालों ने थाने के बाहर से 2 प्वाइंट्स चुने थे। जिस तरह से बम फैंके गए उससे क्लीयर है कि हमलावर एस.एच.ओ. ही नहीं बल्कि थाने के अन्य मुलाजिमों को भी नुक्सान पहुंचाना चाहते थे। प्लाङ्क्षनग थी कि एस.एच.ओ. के कमरे के बाहर धमाका करने से थाने में भगदड़ मचेगी। सभी मुलाजिम बाहर की ओर भागेंगे और तभी 3 बम बाहर की ओर आने वाले रास्ते की तरफ फैंके गए।


बटाला से संदिग्ध सामग्री के साथ पकड़ा गया सिख फॉर जस्टिस का समर्थक जांच के घेरे में
बटाला पुलिस ने सिख फॉर जस्टिस (अलगाववादी विदेशी संगठन) के समर्थक को अरैस्ट करके कुछ संदिग्ध सामग्री बरामद की है। बटाला पुलिस भी उससे मकसूदां थाने में हुए ब्लास्ट के मामले में पूछताछ कर रही है। इस युवक का जालंधर ब्लास्ट में हाथ है या नहीं, फिलहाल इस पर पंजाब पुलिस की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि पुलिस कमिश्रर प्रवीण कुमार सिन्हा ने कहा है कि अभी उस युवक से पूछताछ की जा रही है। 

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