पर्दे के पीछेः जालंधर लोकसभा उपचुनाव कांग्रेस और AAP के लिए प्रतिष्ठा का सवाल

punjabkesari.in Tuesday, Feb 14, 2023 - 09:49 AM (IST)

पंजाब डेस्कः कांग्रेस सांसद संतोख चौधरी के निधन के कारण रिक्त हुई जालंधर लोकसभा सीट का उपचुनाव कांग्रेस और आम आदमी पार्ट के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है। हालांकि अभी उपचुनाव का ऐलान नहीं हुआ है मगर तैयारी सभी राजनीतिक पार्टियों ने शुरू कर दी है।

कांग्रेस के लिए मूंछ का सवाल इसलिए क्योंकि यह सीट उसी के पास थी इसलिए इसे अपने पास बरकरार रखना एक बड़ी चुनौती होगी। दूसरी ओर 'आप' के सत्ता में आने के बाद लोकसभा का पंजाब में यह दूसरा उपचुनाव है। संगरूर लोकसभा का उपचुनाव वह पहले ही हार चुकी है, ऐसे में यह सीट जीतना उसके लिए बेहद अहम हो प गया है। 'आप' को अपना जनाधार साबित करने के लिए हर हाल में अपना बेहतरीन प्रदर्शन करना होगा। 

खास बात यह भी है कि जालंधर लोकसभा सीट के तहत आते 9 विधानसभा हलकों में से 5 पर कांग्रेस और 4 पर आप के विधायक काबिज हैं। इसलिए करीब बराबरी की इस टक्कर में जीत किस दल के हाथ लगती है, ये स्थानीय वोटर ही तय करेगा। दोनों दलों के लिए इस चुनौती के कारण अपनी जीत यकीनी बनाना जरूरी हो गया है। भाजपा का बेशक जिले में काफी आधार है मगर पहली बार वह अकेले चुनाव लड़ने जा रही है। माना जा रहा है कि भाजपा किसी बाहरी को टिकट देगी। अकाली बसपा के समझौते के चलते सीट बसपा के खाते में जा सकती है। हालांकि इस हलके में अकाली दल का खास आधार रहा है मगर सीट पर जातिगत समीकरण गठबंधन में बसपा के हक में जा रहे हैं। इसलिए शिअद उपचुनाव के नतीजे से बेअसर रहेगा।


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Vatika

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