कर्फ्यू में मेले जैसे हालात बन सकते हैं बड़ा खतरा

punjabkesari.in Tuesday, Mar 31, 2020 - 08:41 AM (IST)

जालंधर(पुनीत): प्रशासन द्वारा लोगों को सुविधा देते हुए कर्फ्यू में दवाओं की दुकानें खोलने की इजाजत दी गई है लेकिन बड़ी संख्या में लोग इस राहत को गलत ढंग से ले रहे हैं जोकि एक बड़ा खतरा बन सकता है।



दवाओं की खरीदारी के दौरान दिलकुशा मार्कीट व आसपास के इलाके में मेले जैसे हालात देखने को मिले जोकि कोरोना को निमंत्रण देने से कम नहीं है। कई लोग बिना वजह ही घरों से बाहर निकल रहे हैं जिन्हें कंट्रोल करना प्रशासन व पुलिस के लिए मुश्किल हो रहा है। अधिकारियों का कहना है कि पुलिस जब सख्त होती है तो लोग इसे गलत कहते हैं लेकिन लोग कोरोना को गंभीरता से नहीं ले रहे जोकि समाज के लिए घातक साबित हो सकता है। गली-मोहल्लों में अभी भी दूरी बना कर रखने के नियमों का पालन नहीं किया जा रहा व दवाओं इत्यादि की खरीदारी करते समय भी कई लोग उचित दूरी नहीं बना रहे। दवा विक्रेताओं द्वारा दुकानों के बाहर गोले लगाए गए ताकि लोग दूरी बनाकर रखें। जहां पर पुलिस तैनात होती है, वहां लोग गोले में खड़े रहते हैं लेकिन जहां पुलिस नहीं होती वहां पर लोग मनमर्जी करते हैं। 


घर से पैदल जाने के नियमों की भी हो रही अनदेखी
प्रशासन द्वारा दवाओं की खरीदारी करने के लिए जाने वाले लोगों के लिए नियम बनाया गया है, इसके तहत घर से केवल एक व्यक्ति दवा खरीदने के लिए जा सकता है और उक्त व्यक्ति को पैदल जाना होगा। दवा लेने जाने के लिए वाहन का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता लेकिन लोग दिलकुशा मार्कीट या अन्य दवा की दुकानों पर खरीदारी करने के लिए वाहनों से आ रहे हैं जोकि गलत है।


अष्टमी पूजन के लिए सामान मिलने में आ रही दिक्कत
बुधवार को अष्टमी पूजन है जिसके चलते लोगों को पूजा के लिए सामान की आवश्यकता है लेकिन बाजार बंद होने के चलते लोगों को अष्टमी पूजन के लिए सामान मिलने में दिक्कत पेश आ रही है। लोग बताते हैं कि प्रशासन द्वारा उनके घरों के नजदीक के जिन दुकानदारों इत्यादि के नंबर मुहैया करवाए गए हैं वहां पर फोन किया गया लेकिन अधिकतर दुकानदारों के पास सामान उपलब्ध नहीं है। मन्दिरों के बाहर स्थित दुकानें भी बंद होने के कारण वहां से भी सामान नहीं मिल रहा। 

Vatika