परिवार का इकलौता सहारा था कुलविन्द्र,घर गिरवी रख गया था ईराक

punjabkesari.in Wednesday, Mar 21, 2018 - 08:22 AM (IST)

करतारपुर (साहनी): ईराक मार दिए गए लोगों में शामिल पंजाबियों में कुलविन्द्र नामक एक नौजवान करतारपुर क्षेत्र के गांव के फतेहगढ़ से संबंधित है। कुलविन्द्र सिंह की पत्नी ने बताया कि उनकी शादी 2006 में हुई एवं 2007 को उसके एक लड़का व लड़की (जुड़वां) पैदा हुए। पारिवारिक हालात ठीक नहीं थे। एक कमरे के घर की भी छत खराब थी। इन हालात में घर गिरवी रख कुलविन्द्र दिसम्बर 2013 में ईराक चला गया। जब वह विदेश गया तब बज्जे  तीसरी कक्षा में पढ़ रहे थे। उसने ईराक में 3-4 महीने काम भी किया एवं घर भी पैसे भेजे।  ईराक में हुए युद्ध के दौरान कमरे में खाना बनाता वह पकड़ा गया एवं उसके बाद उनकी कभी संपर्क नहीं हुआ।

अमनदीप कौर ने बताया कि कुलविन्द्र की मां शिंबो एवं वह खुद भी दिल की मरीज है। घर के हालात बदतर हैं। कुलविन्द्र सिंह के पकड़े जाने के बाद तत्कालीनक्षेत्रीय विधायक व पूर्व मंत्री सरवन सिंह फिल्लौर उनके घर आए एवं बादल सरकार द्वारा आरम्भ की गई 5000 रुपए मासिक की वित्तीय सहायता उन्हें करीब अढ़ाई- तीन वर्ष से मिल रही है। उन्होंने बताया कि कुलविन्द्र को ईराक भेजने के लिए लिया गया करीब 70 हजार का ऋण बढ़कर डेढ़ लाख रुपए तक पहुंच गया। उसने इसके अलावा सोसायटी से भी ऋण ले रखा था।

अमनदीप कौर, जो 12वीं तक शिक्षित है, ने बताया कि घर के हालात सुधारने व भविष्य सुधारने के लिए वह विदेश गया एवं अब पूरे परिवार के भविष्य पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। इस मौके पर मौजूद तरसेम सिंह(कुलविन्द्र सिंह का ताया ) ने बताया कि कुलविन्द्र जब छोटा था तो उसके पिता जगदीश कुमार की मौत हो गई थी। कुलविन्द्र ही परिवार का एकमात्र सहारा था। इस  दौरान उपस्थित मनजिन्द्र सिंह, सुरिन्द्र सिंह, डा. बलजिन्द्र सिंह व अन्यों ने उक्त परिवार के भविष्य के लिए सरकार से आॢथक सहायता व अमनदीप कौर को नौकरी दिए जाने की मांग की है।

Punjab Kesari