जालंधर में एक साल में 4 नाबालिगाओं सहित 19 से हुए रेप!

punjabkesari.in Thursday, Mar 22, 2018 - 09:31 AM (IST)

जालंधर (बुलंद): कमिश्ररेट पुलिस के अधीन आते क्षेत्र में पिछले एक साल में 19 महिलाओं से दुष्कर्म हुए जिनमें 4 नाबालिग बच्चियां भी शामिल थीं, पर इसके विरुद्ध कोई आवाज नहीं उठाता। इन घटनाओं से महिलाओं की सुरक्षा को लेकर प्रशासन की तरफ से किए जा रहे दावे खोखले साबित हो रहे हैं। पंजाब केसरी समूह महिला सुरक्षा को लेकर बेहद गंभीर है और  मांग करता है कि हरियाणा की तरह पंजाब में भी नाबालिगाओं से रेप के आरोपी के लिए फांसी की सजा लागू हो। जालंधर में साल 2017-18 में हुए दुष्कर्मों के आंकड़ों से पता चलता है कि हमारे समाज में महिला सुरक्षा को लेकर कड़े कानून की कितनी ज्यादा आवश्यकता है।

 

सजा के साथ इलाज भी किया जाए : दिवा जेतली
मनोवैज्ञानिक डा. दिवा जेतली का कहना है कि दुष्कर्म के पकड़े जाने वाले आरोपियों को सजा के साथ-साथ मानसिक इलाज की भी बेहद जरूरत होती है। रेप के आरोपी अक्सर खुद किसी शोषण का शिकार होते हैं, नशे, कुंठाग्रस्त या उत्तेजक चीजें देखने के आदी होते हैं। इसलिए जरूरत है कि जेल में बंद सारे अपराधियों को रैगुलर मानसिक इलाज की सुविधा मिले ताकि उनके अंदर से अपराध की भावना को खत्म किया जा सके।

 

पुलिस पैट्रोगलिंग बढ़े, सी.सी.टी.वी. कैमरे लगें : बलजीत कौर
अपराध पर रिसर्च कर रही डी.ए.वी. यूनिवॢसटी की छात्रा बलजीत कौर का कहना है कि जालंधर में रामा मंडी, सदर, थाना-8 व बस्ती बावा खेल ऐसे थाने हैं जिन्हें हॉट स्पॉट कैटागरी में रखा गया है। मतलब इन थानों के अधीन अपराध ज्यादा होते हैं।  पुलिस को चाहिए कि जिन इलाकों में ज्यादा अपराध होते हैं वहां पुलिस पैट्रोङ्क्षलग बढ़ाई जाए, नशा बेचने व खरीदने वालों पर कड़ी नजर रखी जाए और उन पर काबू किया जाए। शहर के मुख्य भीड़भाड़ वाले व आपराधिक गतिविधियों के लिए बदनाम इलाकों में सी.सी.टी.वी. कैमरे लगाए जाएं।

 

लड़कियों व छोटे बच्चों को करें जागरूक: दीपिका सिंह
क्राइम अगेंस्ट वूमैन की इंचार्ज ए.सी.पी. दीपिका सिंह का कहना है कि रेप केसों में अधिकतर देखा गया है कि आरोपी कोई अपना नजदीकी या रिश्तेदार ही होता है। लड़कियों व छोटे बच्चों को जागरूक किया जाना चाहिए कि अगर कोई गलत तरीके से ट्रीट करे या बैड टच करे तो उस बारे अपने किसी रिश्तेदार, दोस्त या परिजनों को बताएं। लड़कियों को गुड टच-बैड टच बारे जागरूक करना चाहिए। 

 

डा. राज कुमार ने विधायक दल की बैठक में उठाया दुष्कर्म के खिलाफ पंजाब केसरी के महा अभियान का मुद्दा

दुष्कर्म के खिलाफ पंजाब केसरी द्वारा शुरू किए गए महा अभियान को समाज के सभी वर्गों का पूरा समर्थन मिल रहा है। पंजाब विधानसभा का बजट सत्र शुरू होने से पूर्व चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में कांग्रेस विधायक दल की हुई बैठक में यह मुद्दा विधायक डा. राज कुमार चब्बेवाल चेयरमैन एस.सी. डिपार्टमैंट पी.पी.सी.सी. ने उठाया। उन्होंने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह से मांग की कि बच्चियों से दुष्कर्म करने वाले लोगों को फांसी की सजा देने के लिए कानून में संशोधन किया जाना चाहिए। उन्होंने पंजाब केसरी द्वारा जारी महा अभियान के लिए पत्र समूह के चेयरमैन-कम-मैनेजिंग डायरैक्टर श्री विजय चोपड़ा, ज्वायंट एम.डी. अविनाश चोपड़ा व डायरैक्टर अभिजय चोपड़ा की सराहना की। उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया कि इस महा अभियान अधीन राज्य के सभी विधायक विधानसभा में दुष्कर्म आरोपियों को फांसी की सजा के प्रावधान का कानून बनाने की मांग संबंधी पत्र भी भेज रहे हैं। 

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