जम्मू बस स्टैंड ब्लास्ट के चश्मदीद बस चालक ने बयां किया दिल दहला देने वाला मंजर

punjabkesari.in Monday, Mar 11, 2019 - 10:38 AM (IST)

पठानकोट(शारदा): जम्मू बस स्टैंड में 7 मार्च को टिकट काऊंटर के करीब खड़ी यात्री बस में हुए ग्रेनेड हमले के लहू की सुर्खियां अभी सूखी नहीं है। इस बम धमाके में 2 बहुमूल्य निर्दोष जिंदगियों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा व 2 दर्जन के करीब वहां खड़े लोग घायल हो गए थे। इस हमले के परिणाम और भी भयावह हो सकते थे और भी कई जिंदगियां इसकी चपेट में आ सकती थीं।  

लोगों ने दिखाई सूझबूझ

अगर वहां खड़े कुछ लोगों ने सूझबूझ न दिखाई होती। इनमें से पनबस बस (पी.बी.35क्यू./9565) का चालक बलविन्द्र सिंह भी शामिल था जो घटना के समय बस में सवार था । उसका कंडक्टर सवारियों को बस में बैठाने के लिए आवाजें लगा रहा था। इसी बीच पास खड़ी अन्य यात्री बस में जोरदार धमाका हो गया, जिसकी आवाज दूर-दूर तक यहां सुनाई दीं, वहीं स्थिति सामान्य होने पर वहां वाहनों के शीशे टूटे व वारदात स्थल पर लोग रक्तरंजित कहराते हुए सामने आए।

न भूलने वाले है जख्म

हमले संबंधी बलविन्द्र ने बताया कि वह सामान्य दिनचर्या की भांति जम्मू बस स्टैंड पर अपनी बस को लेकर गंतव्य की ओर जाने के लिए तैयार था। उसका कंडक्टर बाहर आवाजें दे रहा था। उसे इस बात का इल्म नहीं था कि अगले कुछ पलों में कोई बड़ी घटना होने जा रही है जो कइयों को लहूलुहान करके कभी न भूलने वाले जख्म दे जाएगी। 

इस तरह बचाई बस यात्रियों की जान

बलविन्द्र ने खुलासा किया कि उनकी बस में करीब 15-20 सवारियां चढ़ आई थीं। इसी बीच पास खड़ी अन्य यात्री बस में एकाएक जोरदार धमाका हो गया। जब उसे अहसास हुआ कि बम धमाका हुआ है तो उसने मुस्तैदी दिखाते हुए अपनी बस को उक्त हादसे का शिकार हुई बस की चपेट में आने से बचाते हुए बस स्टैंड से बाहर खुले स्थान पर ले गया ताकि कहीं और कोई धमाका वहां न हो पाए।  बलविन्द्र ने बताया कि वह अपनी सवारियों को तो बचाने में सफल रहा परन्तु बस के बाहर खड़ा उसकी बस का कंडक्टर हरजीत सिंह जख्मी हो गया। जिसे बाद में पहले जम्मू मैडीकल कॉलेज दाखिल करवाया गया । अब उसे अमृतसर रैफर कर दिया गया है।

swetha