पंजाब का ‘पानी’ और पंजाब की ‘जवानी’ दोनों बचाना चाहते हैं जापानी

punjabkesari.in Friday, Jun 21, 2019 - 10:15 AM (IST)

अमृतसर/गुरदासपुर(सफर): पंजाब का ‘पानी’ और पंजाब की ‘जवानी’ दोनों बचाना चाहते हैं जापानी। जी हां, भारत में जापान ‘राजदूत’ केंजी हीरामत्सू के पंजाब दौरे में जहां पंजाब में जापान की इन्वैस्टमैंट की राह खुलने के आसार प्रबल हुए हैं वहीं जापानी पंजाब का पानी और पंजाब की जवानी बचाने के लिए आतुर हैं।

कांग्रेस के पूर्व केन्द्रीय मंत्री डा. अश्वनी कुमार के खास बुलावे पर निजी दौरे पर पहुंचे ‘राजदूत’ केंजी हीरामातसु ने मीडिया के सामने कुछ घोषणाएं जापान व पंजाब के कारोबार को लेकर कीं लेकिन आखिर में निजी दौरा बताते हुए सारी जिम्मेदारी पंजाब सरकार व जापान सरकार के कंधों पर डाल दी। गुरदासपुर में राजदूत केंजी हीरामातसु के समक्ष जब रमन बहल (चेयरमैन पंजाब सुबार्डिनेट सर्विसेज सिलैक्शन बोर्ड) ने पंजाब में पानी का मुद्दा उठाया और जापान सरकार से पानी के बचाव पर बात कही तो केंजी हीरामातसु ने कहा कि ‘धान और कुछ अन्य फसलें हैं जिनमें पानी की खपत ज्यादा होती है, फसल से पानी महंगा पड़ रहा है, यह मुनाफे का सौदा नहीं है, विश्व को इस फसल को लेकर सोचना चाहिए।

पानी का स्तर नीचे जा रहा है जो कि चिंता का विषय है। पंजाब सरकार जापान सरकार से आधिकारिक तौर पर बातचीत करे, पूरी उम्मीद है जापान सरकार सहयोग करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि जापान सरकार पूर्व कैबिनेट मंत्री डा. अश्वनी शर्मा के कई प्रोजैक्टों पर काम कर रही है, पंजाब में नया अध्याय लिखा जाए यही पंजाब सरकार से उम्मीद है। उन्होंने गुरदासपुर में बुजुर्गों के मुख से पंजाब में नशे में घुल रही जवानी की दास्तां सुन नशे पर भी ङ्क्षचता जताई और पंजाब के युवाओं को नशे से दूर रहने की नसीहत दे डाली। 

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