ज्वैलर लूटकांड: नहीं मिला कंट्रोल रूम का नंबर, मदद के लिए खुद चौकी गए पीड़ित

punjabkesari.in Friday, Jan 31, 2020 - 10:25 AM (IST)

लुधियाना(ऋषि): घुमार मंडी में दिन-दिहाड़े गन प्वाइंट पर 80 लाख के गहने लूटकर ले जाने के मामले ने जहां कमिश्नरेट पुलिस के सुरक्षा प्रबंधों के दावों की हवा निकालकर रख दी है, वहीं पंजाब केसरी द्वारा जब इस मामले में अपने स्तर पर जांच की गई तो पता चला कि वारदात के बाद विनय जैन और भाई हनी जैन ने मदद के लिए पुलिस कंट्रोल रूम पर कई बार फोन करने की कोशिश की लेकिन पुलिस का नंबर ही नहीं मिला जिसके बाद वे मदद के लिए खुद चौकी घुमार मंडी गए और पुलिस को सूचना दी जिसके बाद एक-एक कर सभी अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। 

नीरज व विनय के फोन सेफ में रख चाबी साथ ले गए थे लुटेरे
मालिक ने पहले सेफ की चाबी न होने की बात कही तो उसे जाने से मारने की धमकियां देने लग पड़े जिस पर उसने घबराकर चाबी दी तो सारे आभूषण बाहर निकाल लिए और पास पड़े लाल रंग के लिफाफे में भर लिए जिसके बाद दोनों के मोबाइल फोन सेफ में रखकर लॉक लगाकर चाबी साथ ले गए। लुटेरों द्वारा 5 लाख रुपए दिए जाने का बार-बार जिक्र किया जा रहा था। इस बात का सिर्फ मालिक को ही पता था कि सुबह किसी ग्राहक ने 5 लाख रुपए उसके खाते में डलवाए हैं। गौरतलब है कि लुटेरे जाते समय रसोई में पड़ा सी.सी.टी.वी. कैमरों का डी.वी.आर. साथ ले गए। 

मालिक के चेहरे की पहचान नहीं थी लुटेरों को
कर्मचारी नीरज ने लुटेरों को बैंककर्मी समझकर ही उसने अंदर से दरवाजा खोला था। लुटेरों को मालिक के चेहरे की पहचान नहीं थी और वे सुबह आई 5 लाख की पेमैंट की बात कहने लग पड़े। जब उसने मालिक के न होने की बात कही तो उन्होंने रिवाल्वर निकालकर उसकी कनपट्टी पर रख थी। उन्होंने अपने साथ लेकर आई लोहे की रॉड से सेफ को तोडऩे का प्रयास किया लेकिन इसी दौरान मालिक भी वहां आ गया और लुटेरों ने उस पर भी रिवाल्वर तान दी।

रोज 4 लोग होते हैं दुकान में, बुधवार को नहीं आए थे पिता और भाई  
दुकान में अक्सर पिता और दोनों बेटे मौजूद रहते हैं लेकिन बुधवार को किसी काम के चलते पिता नहीं आ पाए। वहीं छोटा भाई हनी विनय के ससुराल पक्ष से आए लोगों के साथ घुमार मंडी इलाके में ही शॉपिंग करने गया हुआ था जिनके घर मार्च महीने में शादी है। इस कारण वहां पर केवल नौकर और विनय ही मौजूद थे, जबकि आमतौर पर सभी लोग सुबह 11 से शाम 5 बजे तक एक साथ मौजूद रहते हैं। 

रायकोट जाकर रुकी पुलिस की जांच; आसपास के गांवों में ढूंढ रही सुराग
 होलसेल ज्वैलर से हुई लूट के मामले को सॉल्व करने के लिए पुलिस स्मार्ट सिटी के कैमरों की मदद ले रही है। फुटेज देखने पर पता चला कि लुटेरे मुल्लांपुर के रास्ते रायकोट गए हैं जिसके बाद उनका कुछ पता नही चला रहा। वहीं ज्वैलर भी रायकोट का ही रहने वाला है जो लगभग 15 वर्षों से लुधियाना में रह रहा है। फिलहाल पुलिस की जांच रायकोट पर जाकर खड़ी हो गई है। पुलिस की तरफ से उसके आसपास के गांवों में जांच की जा रही है, ताकि लुटेरों का कोई सुराग हाथ लग सके। पुलिस ने रायकोट इलाके में रहने वाले सभी क्रिमिनल्स की लिस्ट बनाकर उनका रिकार्ड भी चैक करना शुरू किया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार विनय जैन के पास आने वाले सभी व्यापारियों की लिस्ट तैयार की जा रही है ताकि उनसे भी कुछ पता चल सके। सूत्रों के अनुसार पुलिस किसी जान-पहचान के व्यक्ति की मामले में संलिप्तता मान रही है। 

फुटेज मिलने पर भी नहीं हुई पहचान
पुलिस के हाथ चाहे लुटेरों की फुटेज आ चुकी है लेकिन फिर भी उनकी अभी तक पहचान नहीं हो पाई है। कई टीमें पंजाब के विभिन्न शहरों में जाकर जानकारी जुटा रही हंै। अधिकारियों के अनुसार पुलिस ने अपने सारे सैल एक्टिव कर लिए हैं। 

कुछ दिन पहले चंडीगढ़ से लूटी थी वारदात में इस्तेमाल फार्च्यूनर

पुलिस सूत्रों के अनुसार वारदात में प्रयोग की गई फाच्र्यूनर कार कुछ दिनों पहले चंडीगढ़ में लूट गई है। पुलिस चंडीगढ़ पुलिस से भी संपर्क साध रही है,ताकि उनके बारे में ज्यादा जानकारी जुटाई जा सके।

घर से दूसरी चाबी मंगवाकर खोला सेफ
देर शाम शोरूम के मालिकों ने अपने घर में पड़ी सेफ की दूसरी चाबी मंगवाई जिससे सेफ खोला गया और दोनों के मोबाइल फोन बाहर निकाले। वीरवार को दोनों भाई पुलिस कमिश्नर को मिलने सी.पी. ऑफिस भी गए, जबकि सुबह 11 बजे उन्हें सी.आई.ए. द्वारा कॉल कर अपने पास बुलाया गया था।

आम लोगों का नहीं है आना-जाना, ऑनलाइन होती है ज्यादातर पेमैंट 
वी.के. ज्वैलर्स और अनीता ज्वैलर्स दोनों फर्मों द्वारा सोने के तैयार आभूषण बेचे जाते हैं जिनके पास पंजाबभर से ज्वैलर सोना खरीदते हैं। इनके पास आम लोगों को कोई आना-जाना नहीं है। मालिकों की मानें तो ज्यादातर ज्वैलर भी ऑनलाइन पेमैंट करते है और उन्हें तैयार आभूषण की फोटोएं ही भेजी 
जाती हैं। 

निकाल दी थी लैंडलाइन फोन की वायर, दुबारा जोड़कर किया भाई को फोन
लुटेरों की तरफ से अंदर पड़े लैंडलाइन फोन की तार भी निकाल दी गई जिनके जाने के बाद पीड़ित ने तार जोड़कर लैंडलाइन नंबर फिर से चलाकर पुलिस कंट्रोल रूम व अपने छोटे भाई को कॉल की। छोटा भाई तो तुरंत घटनास्थल पर पहुंच गया व व उसने भी कई बार कंट्रोल रूम पर फोन किया लेकिन नंबर नही मिला। वहीं फरार होते समय लुटेरे यह कहकर धमका गए कि वे बाहर खड़े हैं, अगर किसी ने शोर मचाया तो उसे गोली मार देंगे जिस कारण लगभग 15 मिनट तक दोनों घबराए रहे।

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