Farmer Protest को लेकर किसान बना रहे अगली रणनीति, जानें क्या बोलें जोगिंदर उगराहां
punjabkesari.in Thursday, Mar 06, 2025 - 12:22 PM (IST)

भवानीगढ़ (कांसल) : केंद्र सरकार की तरह पंजाब सरकार भी किसानों से किए वादों से मुकर गई है और किसानों से बातचीत करने से भागने के बाद अब पंजाब सरकार हिटलर की तरह दमन नीति पर उतर आई है। यह विचार पुलिस द्वारा देर शाम रिहा किए भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां के प्रदेश अध्यक्ष जोगिंदर सिंह उगराहां ने गांव घराचों में चल रहे धरने पर पहुंच कर किसानों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा की राज्य कमेटी आगे जो भी निर्णय और एक्शन होगा, उसे उसी रूप में स्वीकार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने के कारण उनकी अभी तक संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं से कोई बातचीत नहीं हो पाई है। इसलिए फिलहाल उन्हें संयुक्त मोर्चा द्वारा लिए गए निर्णय के बारे में कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि जब तक पंजाब सरकार के इशारे पर पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए किसानों को रिहा नहीं किया जाता, तब तक इसी तरह विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।
पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए प्रदेश अध्यक्ष उगराहां ने कहा कि सरकार के सामने सभी कमजोर हैं, लेकिन किसान न तो कमजोर हैं और न ही गिरफ्तारी से डरते हैं। इसीलिए किसान शांतिपूर्वक तरीके से चंडीगढ़ जाने के लिए अपने घरों से निकले, लेकिन सरकार ने पूरी ताकत लगा दी और किसानों को जाने से रोकने के लिए सड़कों पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया। किसानों ने सड़कों पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन शुरू कर दिया और किसानों ने सड़कों पर कोई यातायात नहीं रोका। इसके विपरीत, भारी पुलिस तैनाती और सड़कों के बीच लगाए गए बैरिकेड्स के कारण यातायात समस्याएं उत्पन्न हुई।
इस अवसर पर जनक सिंह भुटाल, राज्य प्रचार सचिव जगतार सिंह कालाझाड़, जिला अध्यक्ष अमरीक सिंह गंढुआ, जिला मानसा के दर्शन सिंह चंगालीवाला सहित कई अन्य किसान नेता भी उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि देर रात पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए किसानों को रिहा कर दिया गया तथा रात करीब 11 बजे किसानों ने धरना समाप्त कर दिया। देर रात करीब 13 घंटे बाद पुलिस द्वारा सड़क पर लगाए गए बैरिकेड्स हटाए जाने के बाद सड़कों पर यातायात बहाल हो सका।
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