हाईकोर्ट के रिटा. जस्टिस की जमानत जालंधर में हुई जब्त! वोट बैंक 90 फीसदी गिरा

punjabkesari.in Friday, May 24, 2019 - 10:34 AM (IST)

जालंधर (बुलंद): लोकसभा चुनावों में पंजाब में आप की हालत इस कदर खसता रही कि एक सीट पर जीत के बाद अन्य 12 सीटों पर पार्टी के उम्मीदवारों की जमानत जब्त हुई है। जालंधर सीट पर तो हाईकोर्ट के रिटा. जस्टिस जोरा सिंह की जमानत भी जब्त हुई, जिससे पार्टी के जमीनी लैवल के वालंटियरों में रोष व निराशा है। हैरानी की बात है कि इन्हीं लोकसभा के पिछले चुनावों में पार्टी को जालंधर में अढ़ाई लाख से ज्यादा वोट पड़ी थीं पर इस बार पार्टी के वोट बैंक में 90 फीसदी कमी दर्ज की गई है। पार्टी के जमीनी लैवल के वर्कर की कमर ही टूट गई है लेकिन सवाल अब यह उठने लगे हैं कि क्या पार्टी हाईकमान और केजरीवाल इस प्रकार की हार से सबक सीखेंगे या अपनी गलतियों को दोहराते रहेंगे। पिछले लोस चुनावों में पंजाब में से 4 सांसद जितवाने वाली आप पार्टी इस बार एक सांसद पर सिमट कर रह गई है, वह भी पूरे देश में से एक सांसद भगवंत मान जो संगरूर से जीत सके।

जोरा सिंह को अपनी पार्टी के नेताओं से रही नाराजगी
जालंधर सीट से आप की ओर से चुनाव लड़ रहे रिटा. जस्टिस जोरा सिंह को अपने पार्टी के ही नेताओं से चुनावी प्रचार के दौरान नाराजगी रही थी। पहले तो उन्हें जालंधर से सीट मिलने के विरोध में पार्टी की लोकल इकाई ने इसे पैराशूट कैंडीडेट बताया और हाईकमान के फैसले को गलत ठहराया। पर बाद में सब सैटल होने के बावजूद जोरा सिंह का आरोप था कि पार्टी के कुछ लोकल लैवल के नेताओं ने उन्हें मिस गाइड किया और उनके लाखों रुपए बेकार खर्च करवाए। इसके बाद भी लोकल नेताओं ने न तो उनका साथ खुलकर दिया और न ही उनके हक में सही तरीके से प्रचार किया।

जोरा सिंह का फोन रहा बंद
उधर, सुबह जैसे ही चुनावी नतीजे आने शुरू हुए और ‘आप’ का ग्राफ नीचे लुढ़कता दिखा तो पूरे नतीजे आने से पहले ही जोरा सिंह अपने परिवार के साथ जालंधर से कूच कर गए। पार्टी के जालंधर मुख्यालय में बाद दोपहर बिल्कुल सुनापन दिखाई दिया। दफ्तर में कोई नेता या वर्कर तक नहीं दिखे। सारा दिन जोरा सिंह व उनके बेटे का फोन भी बंद रहा।

 

 

Vatika