अकाली दल के साथ रिश्तों पर पुन: विचार नहीं : कमल शर्मा

punjabkesari.in Sunday, May 26, 2019 - 08:44 AM (IST)

जालंधर(नरेश): लोकसभा चुनाव के दौरान अकाली दल का प्रदर्शन संतुष्टिजनक न रहने के बावजूद भाजपा का अकाली दल के साथ गठजोड़ जारी रहेगा। उक्त शब्द पंजाब केसरी से बातचीत के दौरान पंजाब भाजपा के पूर्व अध्यक्ष कमल शर्मा ने कहे। उन्होंने कहा कि अकाली दल और भाजपा के पुराने व प्रगाढ़ संबंध हैं।

एक या दो चुनाव के नतीजे इस रिश्ते में दरार नहीं डाल सकते। उन्होंने कहा कि हालांकि चुनाव नतीजों पर अकाली दल की लीडरशिप सुलझी हुई लीडरशिप है।  प्रकाश सिंह बादल सियासत के मंझे हुए खिलाड़ी है और पार्टी अपने स्तर पर इन परिणामों का विश्लेषण करने के बाद प्रदर्शन में सुधार के लिए कदम उठा सकती है। जहां तक भारतीय जनता पार्टी का सवाल है तो भाजपा ने पंजाब में इन चुनावों के दौरान अच्छा प्रदर्शन किया है। पार्टी अपने कोटे की 3 में से 2 सीटों पर जीती है और 14 विधानसभा हलकों पर भाजपा ने अपनी लीड कायम की है। जबकि 2017 में भाजपा के 3 विधायक ही विधायक जीते थे।

कमल  शर्मा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने 2014 में देश की जनता के साथ जो वायदे किए थे, उन वायदों पर पार्टी खरी उतरी। लिहाजा देश की जनता ने पहले से ज्यादा बहुमत देकर भाजपा की सरकार बनाई है। आगामी पांच सालों में केंद्र की सरकार लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए पूरा जोर लगाएगी। कमल शर्मा ने कहा कि पंजाब के सीमावर्ती राज्य होने के कारण यहां निर्यातकों की अपनी समस्याएं हैं क्योंकि पंजाब से निर्यात होने वाला सामान पोर्ट पर भेजने में निर्यातकों का काफी खर्च होता है। इसके बारे में केंद्र को नीति बनाने की जरूरत है ताकि निर्यातकों को फ्रेट सबसिडी जारी हो सके और मैं अन्य राज्यों के निर्यातकों के साथ मुकाबले में आ सके। उन्होंने कहा कि वह पार्टी स्तर पर निर्यातकों की यह समस्या उठाएंगे और उनकी कोशिश होगी कि आने वाले बजट में इस मुद्दे पर फोकस किया जा सके। कमल शर्मा ने इसके साथ ही पंजाब के किसानों की समस्याओं को भी केंद्र के समक्ष उठाने की बात कही। 

पर्यावरण पर फोकस की जरूरत
कमल शर्मा ने कहा कि पंजाब को देश में प्रदूषण की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है। खासतौर पर पंजाब में नदियों का पानी जहरीला हो रहा है और हवा सांस लेने लायक नहीं रही है। यह गंभीर चिंता का विषय है। लेकिन दुख की बात यह है कि न तो जनता इसके प्रति जागरूक है और न ही सियासी दल इस मुद्दे को अपने एजैंडे में रखते हैं। भारतीय जनता पार्टी की तरफ से मैं इस मामले पर केंद्र सरकार और पर्यावरण मंत्रालय के समक्ष यह मुद्दा उठाऊंगा और पार्टी के जरिए लोगों को इस मामले पर जागरूक करने की कोशिश की जाएगी। 

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