कारगिल वार में होशियारपुर जिले के 13 जांबाजों ने दी थी अपनी जान की कुर्बानी

punjabkesari.in Friday, Jul 26, 2019 - 12:18 PM (IST)

होशियारपुर(अमरेन्द्र): आज कारगिल विजय दिवस है, यानी ऐसा दिन जब देश का हर नागरिक भारतीय होने पर गर्व महसूस करता है। 3 मई, 1999 को शुरू होने वाला कारगिल युद्ध 26 जुलाई, 1999 को समाप्त हुआ था। भारतीय सेनाओं के हाथों पाकिस्तानी सेना की पराजय का पर्याय बन चुका 1999 के कारगिल वार को आज 20 वर्ष गुजर चुके हैं। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि 77 दिनों तक चलने वाले कारगिल वार में देश के कुल 527 जांबाजों में होशियारपुर जिले के 13 सैनिकों ने इस जंग में देश की सरहदों की रक्षा करते हुए अपनी जान की कुर्बानियां दी थीं। इन 13 जवानों ने अपना सर्वस्व देशवासियों के सुनहरे भविष्य के साथ-साथ देश की एकता व अखंडता की रक्षा करते हुए कुर्बान कर दिया था।

कैसे शुरू हुई थी कारगिल की लड़ाई
बात 3 मई, 1999 की है जब कारगिल की पहाडिय़ों में एक स्थानीय ग्वाले ने पाकिस्तानी घुसपैठियों को राशन और हथियारों के साथ चोटियों की ओर जाते देखा था। इसके बाद बटालिक सैक्टर में लै. सौरभ कालिया की पैट्रोङ्क्षलग पार्टी पर हमला हुआ और कारगिल में घुसपैठियों की मौजूदगी का खुलासा हुआ। भारत का पाकिस्तान के साथ साल 1999 में हुआ कारगिल युद्ध पाकिस्तान की तबाही के लिए जाना जाता है। वैसे तो यह युद्ध & मई, 1999 को शुरू हुआ था लेकिन इसकी शुरुआत पाकिस्तान ने साल 1998 में ही कर दी थी। उसने अपने 5000 सैनिकों को कारगिल की चढ़ाई के लिए भेजा। उन्होंने कारगिल के एक हिस्से को घेर लिया था। इस बात की जानकारी जब भारत सरकार को मिली तो सेना ने पाक सैनिकों को खदेडऩे के लिए ऑप्रेशन विजय शुरू किया। 

घुसपैठियों के रूप में थे पाक सैनिक
कारगिल की चोटी से हो रही बमबारी को देख भारतीय सेना को विश्वास हो गया कि असल में यह पाकिस्तानी फौज द्वारा योजना के तहत बड़े स्तर पर घुसपैठ की गई है जिसमें बड़ी संख्या में घुसपैठियों की शक्ल में पाक सेना के प्रशिक्षित सैनिक शामिल थे। भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के खिलाफ मिग-27 और मिग-29 का भी इस्तेमाल किया। इसके बाद जहां भी पाकिस्तान ने कब्जा किया था वहां बम गिराए गए। इस युद्ध में बड़ी संख्या में रॉकेट और बम का इस्तेमाल किया गया। 

होशियारपुर जिले के शहीद हुए 13 सैनिकों की सूची
कारगिल वार के दौरान होशियारपुर जिले से संबंधित सैनिकों में जोगिन्द्र सिंह निवासी मियाणी (टांडा), देसराज निवासी होशियारपुर, कर्म सिंह निवासी गांव छन्नाराय ईसखां (भंगाला), बलदेव राज निवासी गांव बीनेवाल (गढ़शंकर), राजिन्द्र सिंह निवासी गांव गोराया (हरियाना), बलविन्द्र सिंह निवासी गांव पिपलांवाला, कृष्ण मोहन सिंह निवासी गांव डंडोह, रंजीत सिंह निवासी गांव सलेमपुर (दसूहा), पवन कुमार निवासी गांव भंबोतार (मुकेरियां), पवन सिंह निवासी गांव नंगल बिहाला (मुकेरियां), विजय सिंह निवासी गांव कोई (दसूहा), राजेश कुमार निवासी गांव देपुर (दातारपुर) और सुखजिन्द्र सिंह निवासी गांव दौलतपुर गिल्लां (हरियाना) ने शहादत दी है। 

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