कारगिल विजय दिवस पर युद्ध के नायक सतपाल को मिला तोहफा, कैप्टन ने दिया डबल प्रमोशन

punjabkesari.in Friday, Jul 26, 2019 - 06:48 PM (IST)

चंडीगढ़: पंजाब सरकार ने कारगिल युद्ध के नायक सतपाल सिंह को दोहरी तरक्की देकर कांस्टेबल से सहायक पुलिस उप निरीक्षक बनाए जाने के आदेश दिए गए हैं।सतपाल कांस्टेबल के पद पर तैनात थे लेकिन मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को वीरचक्र अवार्डी की रिपोर्ट मिलने पर उन्हें दोहरी तरक्की देने के आदेश जारी किए। पिछली अकाली-भाजपा सरकार ने वर्ष 2010 में उसकी भर्ती के समय सतपाल के योगदान को पूरी तरह नजरंदाज किया गया। मुख्यमंत्री ने सतपाल की स्थिति पर अफसोस जताते हुए कहा कि कारगिल युद्ध के दौरान सतपाल ने बहादुरी की मिसाल पेश कर देश का मान बढ़ाया लेकिन अपनों ने उसे कमतर आंका। सतपाल उनकी ही बटालियन से संबंधित हैं। जैसे ही उन्हें इसका पता चला तो उन्होंने बहादुर सैनिक के साथ हुई भूल को सुधारने का तत्काल फैसला किया। 

प्रवक्ता ने बताया कि फौज में शानदार योगदान देने के बाद सतपाल पुलिस में भर्ती हुए। मुख्यमंत्री ने उनकी जांबाजी को सलाम करते हुये उन्हें दोहरी तरक्की देकर कांस्टेबल से एएसआई बनाए जाने के आदेश जारी किए हैं। इस विशेष मामले में सतपाल को पुलिस महानिदेशक की ओर से पुलिस नियमों में ढील देते हुए एएसआई नियुक्त किया जाएगा। विजय ऑपरेशन के दौरान सतपाल द्रास सैक्टर में तैनात था। टाइगर हिल पर कब्जा करने वाली भारतीय सेना की मदद करने वाली टीम के सदस्य के तौर पर सतपाल ने नार्दन लाईट इंफैंट्री के कैप्टन कर्नल शेर खान और तीन अन्य को मार दिया था। इसके बाद शेर खान को पाकिस्तान का सबसे बड़ा बहादुरी पुरस्कार निशान-ए-हैदर से सम्मानित किया गया और यह पुरस्कार भारतीय ब्रिगेड कमांडर की सिफारिश पर दिया गया था जिसने बफीर्ली चोटियों पर उसके द्वारा दिखाई गई बहादुरी की पुष्टि की थी।   

डी.जी.पी. दिनकर गुप्ता के मुताबिक इस समय वह संगरूर जिले में शानदार ढंग से अपनी ड्यूटी निभा रहा है। डी.जी.पी. ने बताया कि उसकी तरक्की नियमों में दी जाने वाली ढील संबंधी मंजूरी मंत्रिमंडल से ली जायेगी। गुप्ता ने बताया कि सतपाल की ड्यूटी संगरूर में थी लेकिन उसने छह महीने पहले ट्रैफिक पुलिस भवानीगढ़ में बदली की मांग की थी जिसे मंजूर कर लिया गया था। 
 

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