केन्द्र सिख भावनाओं के मद्देनजर करतारपुर कोरिडोर को शीघ्र खोले: हरसिमरत

punjabkesari.in Sunday, Dec 20, 2020 - 12:34 PM (IST)

चंडीगढ़: पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने विदेश मंत्रालय से करतारपुर कॉरिडोर को जल्द खोलने का अनुरोध करते हुए कहा कि दुनिया भर के सिखों को पिछले महीने गुरु साहिब के 551वें प्रकाश पर्व पर गुरु नानक देव के अंतिम विश्राम स्थल पर न जा पाने का दुख हुआ था। हरसिमरत ने आज यहां बताया कि उन्होंने विदेश मंत्रालय (ईएमए) की बैठक में इस मुद्दे को उठाया लेकिन कोरिडोर बंद होने के कारणों का संतोषजनक जवाब नहीं मिला ।

विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर को हस्तक्षेप करते हुए इस मुद्दे को भारतीय भूमि बंदरगाह प्राधिकरण (एलपीएआई) के साथ उठाना चाहिए ताकि कॉरिडोर को फिर से खोला जा सके। उन्होंने कहा कि उनके विचार से यदि पूरा देश खुल सकता है तथा विधानसभा चुनाव हो सकते हैं तो ऐसा कोई कारण नही है कि करतारपुर कॉरिडोर को फिर से खोला नहीं जा सकता। पाकिस्तान सरकार ने करीब देा महीने पहले ही इस कॉरिडोर को खोल दिया था। भारत ने आवश्यक प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए कोविड-19 महामारी के कारण 16 मार्च को कॉरिडोर को अस्थाई रूप से बंद कर दिया गया था।

हरसिमरत ने कहा कि दुनिया भर में तीर्थ स्थलों के साथ देश में कोविड-19 के कारण आंशिक या पूर्ण रूप से बंद हुये तीर्थ स्थलों को पूरी तरह से खोल दिया गया है। सिख समुदाय की भावना अनुसार कॉरिडोर को फिर से खोला जाए ताकि श्रद्धालु गुरुद्वारा साहिब में जाकर माथा टेक सकें तथा साथ ही पवित्र गुरुद्वारे जा सकें । सिखों को उम्मीद थी कि कॉरिडोर को 30 नवंबर को गुरु साहिब के 551वें प्रकाश पर्व से पहले फिर से खोल दिया जाएगा लेकिन उनकी उम्मीदों पर पानी फिर गया। सिख समुदाय हैरान तथा आहत है कि केंद्र सरकार एक ऐसा कॉरिडोर क्यों नहीं खोल रही है जो शांति तथा भाईचारे का प्रतीक है । अब श्रद्धालू करतारपुर साहिब में गुरु नानक देव की 551 वीं वर्षगांठ मनाने से वंचित कर हो गये । 

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