'करतारपुर कॉरिडोर' के लिए सिर्फ सिखों को इजाजत देने पर कैप्टन खफा

punjabkesari.in Thursday, Jan 24, 2019 - 01:13 PM (IST)

जालन्धर(धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने पाकिस्तान द्वारा श्री करतारपुर साहिब गुरुद्वारे के दर्शनों के लिए केवल सिख समुदाय को पाकिस्तान यात्रा की अनुमति देने के फैसले पर सख्त एतराज जताया है। मुख्यमंत्री ने एक बयान में कहा कि श्री गुरुनानक देव जी को सभी धर्मों के लोग मानते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत सरकार को पाकिस्तान के इस फैसले पर कड़ा एतराज जताते हुए इसे इस्लामाबाद के सामने उठाना चाहिए।

गुरु नानक देव जी में सभी धर्मों के लोगों की  है आस्था

करतारपुर कॉरिडोर को लेकर जब भी दोनों देशों के मध्य समझौते पर हस्ताक्षर होंगे तो इस बात का विशेष रूप से भारत सरकार को ध्यान रखना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर इस्लामाबाद को अपने क्षेत्र की सुरक्षा के लिए शर्तें बनाने का पूरा अधिकार है तो दूसरी तरफ पाकिस्तान को यह भी चाहिए कि वह पहले सिख गुरु को केवल सिख समुदाय तक सीमित न करे क्योंकि श्री गुरु नानक देव जी में सभी धर्मों के लोगों की आस्था है, इसलिए गुरुद्वारे में सभी धर्मों के लोगों को दर्शनों की अनुमति मिलनी चाहिए। 

कैप्टन ने कहा कि श्री करतारपुर साहिब कॉरीडोर चूंकि भारत व पाकिस्तान के साथ सीधे तौर पर जुड़ा होगा इसलिए इस संबंध में दखल व पहल भारत सरकार को देने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्षों पहले भी यह परम्परा रही है कि हिंदू परिवार अपने बड़े लड़के को सिख बनाते थे इसलिए पाकिस्तान को हिंदू-सिखों के मध्य कोई भेदभाव नहीं करना चाहिए। अगर अन्य धर्मों के लोगों को दर्शनों से वंचित रखने की पाकिस्तान कोशिश करता है तो इससे एक अच्छा संदेश नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि रोजाना केवल 500 श्रद्धालुओं को पाकिस्तान जाने की अनुमति देने का निर्णय भी उचित नहीं है और पाकिस्तान को अपने इस फैसले पर पुर्नविचार करना चाहिए। करतारपुर साहिब जाने के लिए पासपोर्ट की शर्त को भी हटाया जाना चाहिए क्योंकि पंजाब में अधिकतर देहाती लोगों के पास पासपोर्ट नहीं है।

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