3 महीने के शिवजोत को अगवा करने वाला 2 पत्नियों सहित गिरफ्तार

punjabkesari.in Wednesday, Oct 17, 2018 - 10:03 AM (IST)

संगरूर(बेदी, बावा, हरजिन्दर): गांव घराचो में घर से 3 माह का बच्चा चोरी करने के मामले में पुलिस ने 2 महिलाओं सहित 1 व्यक्ति को काबू किया है। एस.एस.पी. डा. संदीप गर्ग ने बताया कि 10 अक्तूबर को गांव घराचो में अपहरणकर्ता बच्चे के दादा अजैब सिंह को मिला और उसको बातों में लगाकर दूर का रिश्तेदार बताकर उनके घर चला गया। बाद में बच्चे को खिलाने के बहाने वह उसे लेकर फरार हो गया। 
 गर्ग ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए बच्चे की तलाश में हरियाणा और पंजाब में अलग-अलग स्थानों पर भेजी गई।

आरोपी का स्कैच तैयार करवा कर, वारदात समय प्रयोग की गई कार को सोशल मीडिया, अखबारों और इलैक्ट्रॉनिक्स मीडिया के द्वारा पब्लिश किया था। गर्ग ने बताया कि सर्च आप्रेशन दौरान गुप्त सूचना मिली कि एक शकी कार लड्डा बेनड़ा, पेदनी वगैरह गांवों में घूमती देखी गई है।  नाकेबंदी कर उक्त कार को काबू करके उसमें से बच्चा बरामद किया और आरोपी कुलदीप खान उर्फ मनी पुत्र सुखपाल खान निवासी वार्ड न.-6 रतिया, गुरमीत कौर और मनजीत कौर को गिरफ्तार किया ।

काबू की गई कार में से पंजाब पुलिस की वर्दी के साथ मिलती-जुलती जाली वर्दी भी बरामद की गई जिसमें मनी खान नाम की प्लेट लगी हुई है जिस संबंधी अलग मामला दर्ज किया जाएगा। आरोपी कुलदीप खान पर पंजाब और हरियाणा के अलग-अलग थानो में 18 मुकद्दमे दर्ज हैं जिनमें से 11 मुकद्दमों में सजा, 3 मुकद्दमों में बरी और 2 मुकद्दमे चल रहे हैं और 2 में अभी गिरफ्तारी बाकी थी। जांच दौरान गाड़ी का नंबर भी जाली पाया गया। 

मां ने चूमा बच्चे का माथा
हफ्ता पहले अगवा हुए बच्चे को पाकर उसकी मां बहुत खुश हुई। जैसे ही उसने अपने बच्चे का माथा चूमा उसकी आंखों से आंसू छलक पड़े और बार-बार परमात्मा व पुलिस वालों का शुक्रिया अदा करती रही जिन्होंने उसके आंख के तारे को ढूढने में जी जान लगा दी।

क्या मंशा थी बच्चा अगवा करने की 
जिला पुलिस प्रमुख ने बताया कि गिरफ्तार कुलदीप खान व उसकी पत्नियों ने पूछताछ दौरान बताया कि कुलदीप खान के कोई औलाद नही थी। इसलिए उसने गांव घराचो से 3 महीने का बच्चा अगवा किया व अपने घर जाकर घर वालों को बताया कि उसने बच्चा गोद लिया है। बच्चा मिलने की खुशी में घर वाले बच्चे को माता नयना देवी मंदिर हिमाचल प्रदेश में माथा टिकाने ले गए। 

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