कुं. विजय प्रताप सिंह का ब्लॉग के माध्यम से ‘कोटकपूरा फायरिंग घटना’ की दूसरी चार्जशीट को लेकर बड़ा धमाका

punjabkesari.in Saturday, Jun 08, 2019 - 08:30 AM (IST)

पठानकोट(शारदा): बहबलकलां बेअदबी/कोटकपूरा फायरिंग मामले की जांच कर रही एस.आई.टी. पर समूचे पंजाब व देश-विदेश में बसे पंजाबियों की निगाहें केन्द्रित हैं कि इस मामले में चार्जशीट किस प्रकार से न्यायालय में आरोपियों को सजा देने में सफल होगी। क्योंकि राजनीतिक रूप से अत्यंत संवेदनशील यह मामला अब प्रशासनिक स्तर पर भी गले की फांस बन चुका है।

23 मई को सिट की ओर से आई.जी. कुंवर विजय प्रताप सिंह ने जब दूसरी चार्जशीट दाखिल की जिसे माननीय न्यायालय ने स्वीकार कर लिया, पर इतनी तीव्र प्रतिक्रिया आई कि प्रदेश की जनता हतप्रभ रह गई। अकाली दल का तो एक शिष्टमंडल दिल्ली में केन्द्रीय चुनाव आयोग के पास इस बात की शिकायत करने चला गया कि 23 मई तक चुनाव आचार संहिता लागू थी कि ऐसे में किस बिनाह पर कुं.विजय प्रताप ने इसी दिन हस्ताक्षर करके दूसरी चार्जशीट न्यायालय में दाखिल कर दी। मुद्दा उस समय सुर्खियों में आया जब अकाली दल ने केन्द्रीय चुनाव आयोग को शिकायत की कि कुं.विजय प्रताप को उनकी चुनावों के दौरान जो पोसिं्टग है, से हटाया जाए क्योंकि इससे उनके (अकाली दल) के ‘फ्री एवं फेयर’ चुनाव पर असर पड़ रहा है। जैसे ही चुनाव आयोग ने प्रदेश सरकार को कुं.विजय प्रताप को हटाने के निर्देश दिए तो समूचे पंजाब में बवाल-सा मचता दिखा।  प्रदेश सरकार ने कुं. विजय को हटा तो दिया परन्तु चुनावों के दौरान प्रत्येक दिन हरेक जनसभा में मुख्यमंत्री कै.अमरेन्द्र सिंह लोगों को यही विश्वास दिलवाते रहे कि जिस दिन आचार संहिता हटेगी उसी दिन कुं.विजय प्रताप को दोबारा लगा दिया जाएगा। 
 

आरोपियों को प्रोसीक्यूट करने की मिली स्वीकृति
आज कुं. विजय प्रताप ने श्री गुरु अर्जुन देव जी के शहीदी दिवस पर अपने फेसबुक ब्लॉग में श्री गुरु अर्जुन देव जी के शहीदी दिवस पर उनकी लासानी शहादत को कोटि-कोटि नमन करते हुए कि ‘जिना ने श्री गुरु अर्जुन देव जी का नाम जपिया है उह परत कर गर्भ जून ते दुखां विच नहीं आए।’ कुं. विजय ने ब्लॉग में लिखा है कि ‘कोटकपूरा फायरिंग घटना की दूसरी चार्जशीट फरीदकोट न्यायालय में दाखिल कर दी है। हमें पंजाब सरकार (गृह मामले एवं न्यायिक विभाग) से आरोपियों को प्रोसीक्यूट करने की स्वीकृति मिल गई है तथा चार्जशीट के साथ यह भी न्यायालय में सबमिट कर दी गई है।  

भाजपा के लिए अब आंखें मूंदना संभव नहीं 
पहले वि.स. चुनावों तथा अब लोकसभा चुनाव में केन्द्र में सत्तारूढ़ भाजपा के  सहयोगी दल अकाली दल की मौजूदा परिप्रेक्ष्य में बनी है वह आजादी के बाद अभी तक कभी भी ऐसी नहीं देखी गई। भाजपा के लिए भी अब पंजाब में आंखें मूंदना संभव नहीं हो पा रहा। भाजपा चाह तो रही है कि अकाली दल तुरंत पैरों पर खड़ा हो परन्तु परिस्थितियां अगर अनुकूल न हुईं तो सूबे में आगामी वि.स. चुनावों में अकाली दल से बराबर की सीटें देने की बात करेगी। यह बात अकाली दल के लिए पंजाब की राजनीति में खून के घूंट पीने समान होगी। 

अंतर्राष्ट्रीय मापदंडों को पूरा करती है चार्जशीट
जहां तक चार्जशीट की गुणवत्ता को लेकर सवाल है, हम कह सकते हैं कि यह चार्जशीट अंतर्राष्ट्रीय स्तर के मापदंडों को पूरा करती है जो इस देश में सामान्य तौर पर नहीं देखी जाती। ऐसी चार्जशीट अमेरिका, यू.के. व कुछ मामलों में फ्रांस व जर्मनी आदि यूरोपियन मुल्कों में देख सकते हैं। यहां तक कि 23 व 27 मई की तिथि का सवाल है। वह इतना कहना चाहते हैं कि चार्जशीट की तिथि के साथ किसी तरह का संबंध नहीं है।’  ब्लॉग में कुं.विजय प्रताप दावा करते हैं ‘हमने सफलतापूर्वक चार्जशीट माननीय न्यायालय बिना किसी प्रकार की लीकेज के पेश की। जबकि जस्टिस रणजीत सिंह कमिशन की रिपोर्ट की लीकेज होने का अनुभव रहा है। जहां तक जांच का विषय है हमने पारदर्शी एवं निष्पक्ष ढंग के साथ जांच की है। 

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