मजदूरों का जेल भरो आंदोलन

punjabkesari.in Thursday, Aug 09, 2018 - 10:23 PM (IST)

 नवांशहर (मनोरंजन): केंद्र की मोदी सरकार व पंजाब की कांग्रेस सरकार की लोक विरोधी, मजदूर, किसान तथा राष्ट्रविरोधी नीतियों के खिलाफ किसान-मजदूर संयुक्त संघर्ष क मेटी की ओर से वीरवार को जेल भरो आंदोलन के तहत शहर में रोष प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन के बाद किसानों व मजदूरों ने डी.सी. दफ्तर में अपने आप को गिरफ्तारी के लिए पेश किया। इससे पहले बस स्टैंड नवांशहर में रोष धरने को संबोधित करते हुए कुलविंद्र सिंह किसान सभा, कामरेड रघुनाथ सिंह महासचिव सीटू पंजाब, कामरेड बलवीर सिंह जाडला, राम सिंह, महा सिंह रौड़ी ने कहा कि लोकविरोधी व देशविरोधी उदारवादी आॢथक नीतियों के खिलाफ संघर्ष जारी रखा जाएगा। 

यह संयुक्त संघर्ष भ्रष्टाचार, मंहगाई, मजदूरों के हक छीनने, लोगों को शिक्षा, सेहत सुविधाओं से वंचित करने के विरोध में केंद्र की मोदी सरकार व पंजाब की कांग्रेस सरकार के विरुद्ध है। उक्त नेताओं ने कहा कि किसानों की फसलों का रेट स्वामीनाथन कमीशन की सिफारिशों को लागू करने तक उनका संघर्ष जारी रहेगा।  इस दौरान कंड़ी संघर्ष कमेटी के राज्य महासचिव कर्ण सिंह राणा, चरनजीत कौर, कुलदीप ङ्क्षझगड़, सराधू राम, दिलबाग सिंह, जसवंत सिंह, त्रिलोचन सिंह, भाग सिंह, सतनाम सिंह आदि मौजूद रहे। 

ये हैं मजदूरों की मांगें

  • किसानों व मजदूरों के सभी कर्ज माफ करने की मांग की। 
  • भोजन सुरक्षा कानून को सख्ती से लागू करने की मांग। 
  • जरूरी वस्तुओं के लिए सार्वजनिक वितरण प्रणाली को देश व राज्य में मजबूत किया जाए।
  • केंद्र सरकार की ओर से मजदूर विरोधी व किरत कानूनों में किए गए संशोधनों को   वापस लेने की मांग। 
  • उद्योगों में ठेकेदारी सिस्टम तथा आऊट सोॄसग बंद करके पक्का रोजगार देने की मांग की। 
  • मनरेगा कानून के अनुसार मजदूरों को साल में 100 दिन रोजगार देने को यकीनी बनाया जाए। 
  • खेत मजदूरों की सामाजिक सुरक्षा के लिए सर्वपक्षीय केंद्रीय कानून बनाया जाए।
  • किसानों की जमीन जबरदस्ती एक्वायर करने की नीति को बंद करने की मांग की। 
  • बेरोजगारी दूर करने के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा करने की मांग की गई।
  • कम से कम वेतन 18,000 रुपए महीना और 600 रुपए दिहाड़ी करने की मांग की गई। 
  • कंडी नहर शिवालिक पहाडिय़ों के साथ निकालने की मांग।

 

Des raj