लाला जी राजनीतिक भविष्यवाणी के महान पंडित: लाल

punjabkesari.in Saturday, Sep 08, 2018 - 08:44 PM (IST)

अमृतसर (कमल): पंजाब के पूर्व डिप्टी स्पीकर प्रो. दरबारी लाल ने राष्ट्र के महान स्वतंत्रता सेनानी, समाज सुधारक एवं आर्य समाज के प्रतिष्ठित नेता लाला जगत नारायण के शहीदी दिवस पर श्रद्धांजलि अर्पित करते कहा कि लाला जी राजनीतिक भविष्यवाणी के महान एवं गौरवमयी पंडित थे। जिन समस्याओं पर जो विचार उन्होंने व्यक्त किए भविष्य में वह पूरी तरह सत्य साबित हुए।

विशेष करके 1972 से 1981 तक पंजाब में जब धीरे-धीरे जन्म ले रहे उग्रवाद, अलगाववाद और आतंकवाद पर देश वासियों को भयंकर रूप धारण करती हुई परिस्थितियों के बारे में बहुत पहले पूरी जानकारी दी थी। प्रो. लाल ने कहा कि लाला जी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आह्वान पर वर्ष 1920 में असहयोग आंदोलन में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया और 1947 तक जो भी स्वतंत्रता के लिए आंदोलन चलाए गए। लाला जी ने बड़े उत्साह के साथ उनमें भाग लिया। जिसके परिणामस्वरूप उन्हें 9 वर्ष तक जेलों की काल कोठरियों में जिंदगी बसर करनी पड़ी। वह एक महान समाज सुधारक थे और उनको आर्य समाज के प्रसिद्ध नेता लाला लाजपतराय के साथ काम करने का अवसर मिला था।

वह उनकी प्रतिभा से बहुत प्रभावित हुए। उनकी यह पुख्ता राय थी कि सामाजिक समानता के बिना राजनीति आजादी हासिल करना अति मुश्किल काम है। इसलिए उन्होंने सब वर्गों को विशेष करके हिंदु समाज के पिछड़े वर्ग को एकत्रित करने के लिए लाहौर में 1935 में प्रीति-भोज का आयोजन किया। ताकि भेदभाव को खत्म करके सभी भारतीयों को एक सूत्र में पिरोकर अंग्रेजों के खिलाफ आजादी की लड़ाई लड़ी जाए। हकीकत में यह भारत की सबसे बड़ी सामाजिक क्राांति थी। जिसका श्रेय लाला को जाता है।

प्रो. लाल ने कहा कि पंजाब में आतंकवाद के बादल मंडराने से पहले लाला जी ने अपने लेखों द्वारा लोगों को जागरूक करना शुरू कर दिया था। वह एक निर्भीक पत्रकार थे और हर विषय पर विचार व्यक्त करने से पहले उसे कसौटी पर कस लगा लिया करते थे। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि पाकिस्तान पंजाब में आतंकवाद फैलाने के लिए धन और हथियार मुहैया कर रहा है। परंतु उस समय कई राजनीतिज्ञ उनकी इस चेतावनी के प्रति लापरवाह बने रहे। उन्होंने यह भी लिखा कि पंजाब के कुछ बड़े नेता और राजनीतिज्ञ दल भी अपने वोट बैंक के लिए आतंकियों की प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से सहायता कर रहे है। 

 

Des raj