तस्वीरेंः पंजाब के पूर्व गृह मंत्री लाली की इनोवा को मुख्य गेट बंद कर जब्री रोके रखा

punjabkesari.in Wednesday, Dec 04, 2019 - 09:59 AM (IST)

जालंधर(चोपड़ा): जिला प्रशासनिक काम्पलैक्स में पार्किंग का ठेका लेने वाले कथित ठेकेदार व उसके कारिंदों का पार्किंग फीस की वसूली को लेकर पंजाब के पूर्व गृह मंत्री बृज भूपिंद्र सिंह लाली के साथ विवाद हो गया। जब लाली के ड्राइवर ने गाड़ी काम्पलैक्स के गेट से बाहर लेकर जानी चाही तो ठेकेदार के कारिंदों ने दादागिरी दिखाते हुए प्रशासनिक काम्पलैक्स के मुख्य गेट को जब्री बंद कर दिया और पूर्व गृह मंत्री के वाहन को ही बंधक बनाते हुए काम्पलैक्स से बाहर निकलने से रोक दिया। इस दौरान खुद बृज भूपिंद्र लाली अपने साथियों के साथ इनोवा गाड़ी में ही सवार थे।

लाली ने पार्किंग ठेकेदार के कारिंदों को बताया कि वह पूर्व कैबिनेट मंत्री हैं और उनके वाहन के फ्रंट शीशे पर पूर्व विधायक का स्टीकर भी लगा है। पहले प्रशासनिक काम्पलैक्स आने पर उनसे कभी पार्किंग वसूली नहीं की जाती थी, परंतु ठेकेदार व उसके कारिंदों ने पूर्व मंत्री की एक न सुनी और उन्हें जब्री वहीं रोके रखा। कारिंदों का कहना था कि जब तक वह पार्किंग फीस की अदायगी नहीं करेंगे, वह न तो गेट खोलेंगे और न ही वाहन को बाहर निकलने देंगे। इस दौरान लाली के एतराज करने और डिप्टी कमिश्नर को शिकायत करने का बोलने पर कारिंदे अधिकारी के खिलाफ अपशब्द बोलते हुए यहां तक कह गए 'हमने पैसा खर्च कर पार्किंग का ठेका लिया है और पार्किंग की वसूली करना उनका अधिकार है, इसमें डिप्टी कमिश्नर क्या कर लेंगे'। 

लाली ने कहा कि वह किसी काम के सिलसिले में डिप्टी कमिश्नर को मिलने उनके कार्यालय आए थे, परंतु उनके मौजूद न होने के कारण उसी समय वापस लौटने लगे तो ठेकेदार व उसके कारिंदों ने उनसे वाहन की एंट्री के पैसे मांगते हुए उन्हें बाहर जाने से रोके रखा। कुछ युवकों ने मुख्य गेट को बंद कर दिया और उन्हें बाहर नहीं निकलने दिया। पूरे घटनाक्रम के दौरान लाली अपनी गाड़ी से बाहर नहीं निकले और चुपचाप सारा माजरा देखते रहे। पार्किंग ठेकेदार के कारिंदों ने पूर्व गृह मंत्री को करीब 25-30 मिनट वहीं गेट पर रोके रखा, आखिरकार लाली ने पार्किंग शुल्क देकर ठेकेदार व कारिंदों से छुटकारा पाया। 

लाली के चेहरे पर विपक्षी दल से संबंधित होने की बेबसी भी दिखी
एक समय था जब पंजाब की सत्ता में बृज भूपिंद्र लाली को तूती बोलती थी। लाली जो 1992 के विधानसभा चुनावों में शाहकोट विधानसभा हलका से चुनाव जीते थे व वह उस समय तत्कालीन बेअंत सिंह सरकार की कैबिनेट में पंजाब के गृह जैसे महत्वपूर्ण व शक्तिशाली विभाग के मंत्री थे। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बृज भूपिंद्र लाली 19 मई, 2018 को कांग्रेस को अलविदा कहते हुए शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष एवं पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल की उपस्थिति में अकाली दल में उस समय शामिल हो गए थे, जब वह शाहकोट उप-चुनाव में लाडी शेरोवालिया को टिकट देने के खिलाफ थे।

आज जिस प्रकार पंजाब के एक वरिष्ठ मंत्री पर पार्किंग ठेकेदार व उसके कारिंदों ने दादागिरी दिखाई और लाली अपने गाड़ी में ही बैठ कर चुपचाप सबकुछ देखते रहे उससे उनके चेहरे पर सत्तारूढ़ दल की बजाय विपक्षी दल का नेता होने की बेबसी भी साफ झलक रही थी। अगर पार्किंग ठेकेदार व उसके कारिंदों ने ऐसी दबंगई किसी छुटभैया कांग्रेसी नेता को दिखाई होती तो आज शायद प्रशासनिक काम्पलैक्स में बड़ा बवाल खड़ा हो गया होता। 

मामूली सी बात को तूल नहीं देना चाहता था : बृज भूपिंद्र लाली
समूचे प्रकरण पर बृज भूपिंद्र लाली ने बताया कि पार्किंग फीस को लेकर हुए मामूली विवाद को वह तूल नहीं देना चाहते थे, परंतु अगर प्रशासनिक काम्पलैक्स में एक पूर्व मंत्री के साथ पार्किंग ठेकेदार के कारिंदों द्वारा ऐसा दुर्व्यहवार किया जाता है तो आम जनता का क्या हाल किया जाता होगा। आज डिप्टी कमिश्नर के न होने के कारण उनकी मुलाकात नहीं हो सकी, परंतु 1-2 दिनों में जब वह दोबारा आएंगे तो सारा मामला उनके समक्ष रखेंगे। 

पूर्व मंत्री के ड्राइवर ने खोला गेट, कारिंदों ने दोबारा किया बंद
पूर्व मंत्री बृज भूपिंद्र लाली को पार्किंग फीस की वसूली को लेकर जब्री रोके जाने के 10 मिनट के बाद जब लाली के ड्राइवर ने गाड़ी से उतर कर खुद ही मुख्य गेट को खोल दिया तभी ठेकेदार के इशारे पर उसके कारिंदों ने गेट को पुन: बंद कर दिया ताकि ड्राइवर वाहन को काम्पलैक्स से बाहर न निकाल सके। इस दौरान उनके बार-बार कहने पर भी कारिंदों ने गेट खोलने से इंकार कर दिया। 

पार्किंग शुल्क देने में आनाकानी करने पर मुख्य गेट करवाया बंद : ठेकेदार राजू
प्रशासनिक काम्पलैक्स के मुख्य गेट पर अपने साथियों सहित तैनात पार्किंग ठेकेदार राजू ने बताया कि जब वाहन काम्पलैक्स में घुसा था तो उन्होंने पार्किंग वसूली के लिए उनसे पर्ची ली थी परंतु जब वह पार्किंग से गाड़ी को निकाल वापस जाने लगे तो उन्होंने पार्किंग शुल्क देने से आनाकानी की, जिस कारण उन्होंने मुख्य गेट को बंद करवा दिया था और जैसे ही वाहन चालकों ने उन्हें बनते पैसे दिए तुरंत गेट खोल दिया गया ताकि वह बाहर निकल सकें।  

पार्किंग ठेकेदार द्वारा रखे दबंग युवकों की दबंगई कोई नई बात नहीं
प्रशासनिक काम्पलैक्स में पार्किंग का ठेका लेने वाले ठेकेदार और उसके कारिंदों की दबंगई कोई नई बात नहीं है। आम जनता से पार्किंग की वसूली को लेकर कारिंदों द्वारा झगड़ा करना आम बात हो चुकी है। ठेकेदार ने अपने साथ कुछ दबंग किस्म के युवकों को इस काम में लगा रखा है, अगर कोई भी व्यक्ति पार्किंग फीस देने से इंकार करता है तो कारिंदों का उक्त व्यक्ति के साथ दुर्व्यवहार शुरू हो जाता है। ठेकेदार व उसके कारिंदे किस कदर बेखौफ होकर मनमाने ढंग से जनता से वसूली करते हैं इसका प्रत्यक्ष प्रमाण आज पूर्व गृह मंत्री के साथ हुए घटनाक्रम को देखकर मिला। 

Edited By

Sunita sarangal