शहीद की बेटी बोली- मेरे पापा जब वापस आएंगे तो मैं फौज में भर्ती हो जाऊंगी

punjabkesari.in Thursday, Feb 14, 2019 - 10:39 PM (IST)

हलवारा: गत दिवस 9 फरवरी की रात उत्तरी सिक्किम में चीन सीमा पर तैनात नायक बूटा सिंह बर्फ का तोंदा गिरने से शहीद हो गए थे। उनका पार्थिव शरीर 12 फरवरी को निकाला गया था। गुरुवार को शहीद सैनिक का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव बुर्ज हरी सिंह पहुंचा जहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। अंतिम विदाई देते हुए हर आंख नम हो गई थी। शहीद बूटा सिंह की 8 वर्षीय बेटी ने चिता को मुखाग्नि दी। चिता को मुखाग्नि देते हुए 8 साल की बेटी ने कहा कि  जब मेरे पापा वापस आएंगे तो मैं फौज में भर्ती हो जाऊंगी। 

राइफलों से दी गई शहीद बूटा सिंह को श्रद्धांजलि
सात राइफलों से फायर कर शहीद नायक बूटा सिंह को सैनिक सम्मान दिया गया। इस मौके पर कर्नल वेदिश महाजन, कर्नल जेएस सिद्धू, एसडीएम डॉ. हिमांशु गुप्ता, डीएसपी गुरमीत सिंह सहित आसपास के गांवों से लोग शहीद को श्रद्धांजलि देने पहुंचे। शहीद बूटा सिंह के परिवार में उनकी गर्भवती पत्नी हरप्रीत कौर, बेटी जसमीत कौर, पिता गुलजारा सिंह, मां जसमेल कौर, दादी करतार कौर, भाई बेअंत सिंह और बहन कुलवंत कौर हैं। 

बूटा सिंह को दिया गया जंगी शहीद का दर्जा 
कर्नल वेदिश महाजन ने बताया कि नायक बूटा सिंह चीन सीमा पर एक विशेष अभियान के तहत चौकसी कर रहे थे। यह एरिया 20 हजार फुट की ऊंचाई पर है और वहां पर तापमान माइनस 40 डिग्री रहता है। नौ फरवरी की रात को बूटा सिंह और उनके एक अन्य साथी ड्यूटी पर तैनात थे, तभी अचानक बर्फ का तोंदा उन पर गिर गया। इस घटना में नायक बूटा सिंह शहीद हो गए, जबकि उनके साथी को बचा लिया गया। कर्नल महाजन के अनुसार बूटा सिंह को जंगी शहीद का दर्जा दिया गया है। 


 

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