अमृतसर-दिल्ली मेन रेल ट्रैक जाम कर रहे किसानों पर लाठीचार्ज

punjabkesari.in Wednesday, Dec 04, 2019 - 09:36 AM (IST)

अमृतसर(जशन, हरजीप्रीत): पंजाब सरकार द्वारा बुट्टर गन्ना मिल द्वारा गन्ना बांड न करने और किसान संगठनों द्वारा मांग पूरी न करने पर 3 दिसम्बर को रेल रोकने की 3 दिन पहले की घोषणा के अनुसार किसानों ने रईया में अमृतसर-दिल्ली मेन रेल ट्रैक जाम कर पंजाब सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया। आज किसानों का गन्ना मिल पर लगाया मोर्चा तीसरे दिन में दाखिल हो गया। किसान नेताओं ने कहा कि मांगें पूरी होने तक धरना जारी रहेगा।

वहीं रईया में रेलवे ट्रैक जाम कर रहे किसानों से पुलिस ने जबरदस्ती ट्रैक खाली करवाने की कोशिश की पर किसानों की संख्या ’यादा होने से उनका बस नहीं चला। इसके बाद पुलिस ने हल्का लाठी चार्ज किया, जिससे कुछ किसान मामूली रूप से घायल हुए। बाद में सुरिन्दरपाल सिंह परमार आई.जी., विक्रमजीत दुग्गल एस.एस.पी. देहाती, ए.डी.सी. अमृतसर जनरल, एस.डी.एम. बाबा बकाला साहिब सुमुध, हरकृष्ण सिंह डी.एस.पी. बाबा बकाला, सोहण सिंह भट्टी डी.एस.पी. अजनाला, डी.एस.पी. पठानकोट अश्वनी अत्तरी, मनजीत सिंह तहसीलदार बाबा बकाला, सरवणपाल सिंह एस.एच.ओ. ब्यास, परमजीत सिंह विर्दी एस.एच.ओ. खिलचियां ने बातचीत का रास्ता अपनाया। 

इस दौरान राज्य महासचिव स्वर्ण सिंह पंधेर, प्रांतीय सीनियर उप प्रधान सविन्दर सिंह, सुखविन्दर सिंह सभरा, जसबीर सिंह, गुरलाल सिंह पंडोरी, हरप्रीत सिंह सिद्धवा, गुरबचन सिंह चब्बा ने कहा कि मोदी और कैप्टन सरकार विश्व व्यापार संस्था, वल्र्ड बैंक के अनुसार कॉर्पोरेट समर्थक नीतियां लागू कर रही हैं जबकि कृषि विरोधी नीतियों के कारण हर रोज भारत में 45 और पंजाब में 5 किसान खुदकुशी कर रहे हैं। वहीं नेता वोटों के लिए कर्ज माफी का वायदा करते हैं जो कभी पूरा नहीं होता। फसलों के भाव 1970 के बाद 2017 तक 19 गुना बढ़े, जबकि खेती खर्च 130 गुना बढ़ चुका है और कैप्टन सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है। इस मौके पर लखविन्दर सिंह वरयाम नंगल, जरमनजीत सिंह बंडाला, सलविन्दर सिंह, सतनाम सिंह माणोचाहल, रणबीर सिंह डुगरी, गुरप्रीत सिंह गोपी खानपुर, सलविन्दर सिंह जानी, गुरमेल सिंह, स्वर्ण सिंह बाऊपुर, जसवंत सिंह अमृतपुर, कश्मीर सिंह फत्ताकुल्ला, कुलदीप सिंह टाहली आदि नेता उपस्थित थे।

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