खसरा-रूबेला टीकाकरण बारे अफवाह फैलाने वालों पर होगी कानूनी कार्यवाही: थोरी

punjabkesari.in Thursday, May 03, 2018 - 05:37 PM (IST)

संगरूर(बेदी): शरारती लोगों की तरफ से सोशल मीडिया पर खसरा-रुबैला टीकाकरण मुहिम के बारे में फैलाए जा रहे गलत प्रचार को गलत बताते हुए डिप्टी कमिश्नर संगरूर घनश्याम थोरी की तरफ से आज अपनी दोनों बेटियों जारा और जीवा को खसरा-रुबैला टीका लगवाया गया। 

सेहत विभाग की टीम को स्वयं बुलवा कर अपनी बेटियों को खसरा-रुबैला टीका लगवाते हुए थोरी ने कहा कि कुछ शरारती लोगों की तरफ से सोशल मीडिया पर खसरा-रुबैला टीकाकरण के बारे गलत प्रचार किया जा रहा है जिसमे कोई सच्चाई नहीं है। उन्होंने कहा कि जो भी खसरा-रुबैला टीकाकरण के बारे गलत प्रचार करेगा उसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी। थोरी ने लोगों से अपील करते कहा कि वह इन अफवाहों की तरफ ध्यान न देते हुए अपने 9 महीनों से 15 साल तक के बच्चों का खसरा-रुबैला टीकाकरण जरूर करवाएं क्योंकि यह उन बिमारियों की रोकथाम करेगा जिसके चलते हुए प्रत्येक वर्ष कई बच्चे मर रहे हैं।
 
थोरी ने कहा कि सोशल मीडिया पर गलत प्रचार का उद्देश्य सिर्फ यही है कि लोग सरकार की तरफ से चलाई जा रही इस मुफ्त सुविधा का लाभ न ले सके और मजबूरन प्राइवेट कंपनियों के टीके लगवाएं जोकि बहुत महंगे हैं। उन्होंने कहा कि यह मां बाप की जिम्मेदारी बनती है कि वह अपने बच्चों की सेहत का ध्यान रखते हुए यह टीकाकरण जरूर करवाएं।इस मौके सिवल सर्जन संगरूर डा. मनजीत सिंह ने कहा कि खसरा एक वायरल बीमारी है जिस के साथ हर साल  में करीब 49, 000 बच्चों की मौत हो जाती हैं।

रुबेला भी वायरल बिमारी है जो बच्चों और बालिगों में मौत का कारण बनता है और यदि गर्भवती महिला इस विषाणु की लपेट में आ जाएं तो नवजात बच्चों में कई तरह की अपंगता पैदा होने का खतरा बना रहता है। उन्होंने बताया कि रुबैला गर्भपात, जन्म मौत और गंभीर जन्मजात बीमारियो सहित बच्चों में बहरापन और नेत्रहीनता का कारण बनता है। इस मौके सहायक सिवल सर्जन संगरूर डा. सुरिन्दर सिंगला और जिला टीकाकरण अफसर डा. दलजीत सिंह ने बताया कि खसरा-रुबैला टीकाकरण अब तक भारत के 6 राज्यों में हो चुका है, जिस में 11 करोड़ बच्चों का टीकाकरण हुआ है और अभी तक इस टीकाकरण सम्बन्धित किसी भी दुष्प्रभाव की खबर सामने नही आई।

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