अफवाह के चलते लीची के गिरे दाम, लोग फिर भी खाने से कर रहे हैं गुरेज

punjabkesari.in Tuesday, Jul 02, 2019 - 05:13 PM (IST)

सुजानपुर/पठानकोट(हीरा लाल, साहिल, शारदा): बिहार में चमकी बुखार आने के बाद बच्चों की मौत होने के कारण पंजाब में लीची की बिक्री पर भी उसका असर दिख रहा है जिस कारण क्षेत्र के लोग लीची खाने से डर रहे हैं। जो लीची 100 रुपए किलो बिकने वाली थी अब 40 में बिक रही है। लीची खाने से बीमार हो जाने की अफवाह के चलते लोग लीची खाने से परहेज कर रहे हैं। लीची खाने से पंजाब में अभी तक किसी भी प्रकार की बीमारी का कोई भी केस सामने नहीं आया है, लेकिन उसके बावजूद लोगों में डर है, जिसके कारण लोग लीची खाने से परहेज कर रहे हैं, जिसके कारण लीची के दाम गिर गए हैं।

100 रुपए किलो बिकने वाली लीची अब 4 रुपए में बिक रही 
इस संबंधी जानकारी देते हुए किसान भूरी सिंह, शक्ति सिंह, रघुनाथ सिंह, राज सिंह निवासी फूलप्यारा ने संयुक्त रूप से बताया कि उनका 6 एकड़ का भाग जो की 5 लाख में एक व्यापारी को बेचा गया था लेकिन लीची की बिक्री ना होने के कारण उन्हें लीची का बाग जिस व्यापारी को दिया था उस व्यापारी को उनको 2,30000 पैसे छोडऩे पड़े हैं जिसका सीधा हमें 230000 का नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि अगर वे पैसे नहीं छोड़ते तो वह खरीदारी बाग छोड़ रहे थे जिसके कारण किसानों को बहुत घाटा पड़ा है। उन्होंने कहा कि जो मार्केट में 100 रुपए या 80 रुपए किलो लीची बिकने वाली अब 40रुपए किलो बिक रही है, जिसके कारण बागबान तथा व्यापारियों को काफी घाटा पड़ा है। 

लीची के दाम घटने के कारण किसानों को पड़ा घाटा
उन्होंने पंजाब सरकार प्रशासन से मांग की है कि जिन किसानों को जो घाटा पड़ा है उसका मुआवजा दिया जाए क्योंकि एक किसान को 15 वर्ष एक बाग को तैयार करने को लग जाते हैं। कहीं किसान को मौसम की मार पड़ रही है तो कहीं अफवाहों को ही मार पड़ रही है, जिसके कारण किसान पहले ही कर्जे के बोझ में दबा है अब किसानों की हालत और पतली हो गई है। इस मौके पर व्यापारी मोहम्मद शाहनवाज, मोहम्मद अकमल ने बताया कि पहले दिल्ली में लीची 100-120 रुपए किलो में बिकती थी जो अब नहीं बिक रही। दिल्ली में लीची की बिक्री ना होने के कारण लीची ट्रकों में पड़े-पड़े ही सड़ गई है। उन्होंने कहा कि अब दिल्ली की बजाय वह अपनी लीची अमृतसर, लुधियाना और जम्मू में भेज रहे हैं जो मात्र 40-50 रुपए किलो बिक रही है जिसके कारण उनको बहुत घाटा पड़ा है।

क्या कहती हैं एस.एम.ओ.
इस संबंध में जब एस.एम.ओ नीरू शर्मा से सम्पर्क किया तो उन्होंने कहा की क्षेत्र में लीची को खाने से किसी भी प्रकार की बीमारी होने का मामला सामने नहीं आया है तथा क्षेत्र के लोग लीची खा सकते हैं तथा लोगों को अफवाहों से बचने की जरूरत है।


 

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