पंचायती जमीन बचाने के लिए लोक इंसाफ पार्टी चलाएगी ‘साडी पंचायत, साडी जमीन’ आंदोलन : बैंस

punjabkesari.in Tuesday, Dec 17, 2019 - 12:15 PM (IST)

चंडीगढ़(रमनजीत): देशभर में ‘विजय दिवस’ के तौर पर मनाए जाने वाले 16 दिसम्बर के दिन पंजाब में लोक इंसाफ पार्टी ने नए आंदोलन का ऐलान करते कहा कि हर हाल में  इस आंदोलन को ‘विजय श्री’ तक पहुंचाया जाएगा। लोक इंसाफ पार्टी के प्रधान सिमरजीत सिंह बैंस ने चंडीगढ़ के किसान भवन में कई गांवों के किसानों की मौजूदगी में सरकार द्वारा हाल ही में कैबिनेट से पास कराई गई पंचायती जमीन अधिग्रहण संबंधी नई नीति के खिलाफ आंदोलन का ऐलान किया।

बैंस ने कहा कि यह आंदोलन ‘साडी पंचायत, साडी जमीन’ के नारे से चलेगा और पंजाब में किसी भी गांव की पंचायती जमीन को लैंड बैंक स्थापित करने की आड़ में भू-माफियाओं या राजनीतिक लोगों के चहेतों के हाथों में नहीं जाने देंगे। यदि सरकार इंडस्ट्री को जमीन देना चाहती है तो पहले उन जमीनों को दिया जाए जो कई-कई वर्षों से इंडस्ट्रियल प्लॉट्स या फोकल प्वाइंट्स के नाम पर ‘उजाड़’ बनी हुई हैं। सरकार की लैंड माफिया को फायदा देने के लिए बनाई नई नीति कामयाब नहीं होने देंगे। 

उन्होंने कहा कि 4 जनवरी 2020 को खन्ना के गांव भमद्दी से ‘साडी पंचायत, साडी जमीन’ आंदोलन का मार्च शुरू होगा जो राजपुरा के गांव सेहरा-सेहरी तक जाएगा। रास्ते में पड़ते सभी गांवों की पंचायती जमीन पर लोगों के हक का झंडा गाड़ा जाएगा और लोगों को पंचायती जमीन संबंधी जागरूक किया जाएगा। बैंस ने कहा कि पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के निर्देश पर गठित सेवामुक्त जस्टिस कुलदीप सिंह के कमिशन द्वारा की गई जांच में सामने आया था कि राज्य में राजस्व अधिकारियों की मिलीभगत से कई गांवों, खासकर चंडीगढ़ के नजदीकी गांवों की पंचायती जमीनों को रसूखदार राजनीतिक लोगों व ब्यूरोक्रेट्स ने अपने नाम कर लिया है जिनमें प्रकाश सिंह बादल, सुरिंद्र सिंह कैरों से लेकर पूर्व मंत्री जगमोहन सिंह कंग तक के नाम शामिल हैं। वह जस्टिस कुलदीप सिंह की हाईकोर्ट में दाखिल रिपोर्ट व सिफारिशों को लागू करवाने के लिए हाईकोर्ट जाएंगे। 

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