पंजाब की 5 सीटों पर हुई कांग्रेस की हार, मंत्रियों की कुर्सी पर लटकी तलवार

punjabkesari.in Friday, May 24, 2019 - 09:22 AM (IST)

लुधियाना (हितेश): लोकसभा चुनाव के दौरान भले ही कांग्रेस को देशभर में शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा है लेकिन उत्तर भारत में सिर्फ पंजाब की 8 सीटों पर कांग्रेस को जीत हासिल हो गई है।

इसके बावजूद विरोधी पार्टियों ने पंजाब में 5 सीटों पर हुई कांग्रेस की हार को मुद्दा बनाना शुरू कर दिया है, क्योंकि कैप्टन अमरेंद्र सिंह द्वारा पंजाब की सभी 13 सीटों पर जीत दर्ज करने का दावा किया जा रहा था, जो पूरा न होने को लेकर सुखबीर बादल द्वारा चीफ मिनिस्टर के इस्तीफे की मांग की गई है। इस विवाद को यह कह कर शांत करने की कोशिश की जा रही है कि कैप्टन द्वारा पंजाब में कांग्रेस का सफाया होने की सूरत में इस्तीफा देने की बात कही गई थी। 

उधर, 5 सीटों पर हुई कांग्रेस की हार के बाद उन जिलों से संबंधित मंत्रियों की कुर्सी पर तलवार लटक गई है क्योंकि कैप्टन ने मंत्रियों को राहुल गांधी के हवाले से पहले ही चेतावनी दे दी थी कि उनके जिले में कांग्रेस उम्मीदवार की हार होने की सूरत में कुर्सी से हाथ धोना पड़ सकता है। अब जिन जिलों में कांग्रेस की हार हुई है, वहां के मंत्रियों के विरोधियों व मंत्री पद हासिल करने के इंतजार में बैठे विधायकों ने इस्तीफा देने के लिए दबाव बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। इसे लेकर हाईकमान द्वारा क्या फैसला लिया जाता है, इसकी तस्वीर आने वाले दिनों में साफ हो पाएगी। 


सिद्धू के अलावा बाजवा व दूलो भी हैं हाईकमान के राडार पर
लोकसभा चुनावों से पहले ही कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के खिलाफ बयानबाजी करने को लेकर कई मंत्रियों द्वारा नवजोत सिद्धू के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है, जो सिद्धू से इस्तीफा देने सहित हाईकमान से कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं। इसके अलावा पंजाब से राज्यसभा के 2 मैंबर शमशेर सिंह दूलो व प्रताप बाजवा भी कांग्रेस हाईकमान के राडार पर हैं, जिन पर कांग्रेस उम्मीदवारों सुनील जाखड़ व डा. अमर सिंह की मदद करने की जगह विरोध करने का आरोप है। यहां तक कि दूलो की पत्नी व बेटा तो आम आदमी पार्टी में शामिल होकर फतेहगढ़ साहिब सीट से टिकट भी ले चुके हैं।

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