लोकसभा चुनाव 2019ः भाजपा ने संतुष्ट न किए तो सन्नी देओल के लिए दोनों बन सकते हैं मुसीबत

punjabkesari.in Thursday, Apr 25, 2019 - 10:14 AM (IST)

गुरदासपुर(हरमनप्रीत):  भारतीय जनता पार्टी की ओर से लोकसभा क्षेत्र गुरदासपुर में कांग्रेस का गढ़ तोडऩे के लिए सन्नी देओल को चुनाव मैदान में उतारे जाने से भले ही अकाली-भाजपा गठबंधन ने बड़ा दाव खेला है, मगर दूसरी तरफ इस क्षेत्र में टिकट मिलने की पक्की उम्मीद लगाए बैठी स्व. विनोद खन्ना की पत्नी कविता खन्ना और स्वर्ण सलारिया की नाराजगी सन्नी देओल और भाजपा के लिए चुनौती बन सकती है। भले ही अभी तक  इस कारण यह अनुमान लगाया जा रहा है कि अगर भाजपा हाईकमान इन नाराज दावेदारों को संतुष्ट व शांत करने में विफल रहा तो सन्नी देओल के लिए चुनाव दौरान इन दोनों समर्थकों की नाराजगी भी किसी चुनौती से कम नहीं होगी।

हाईकमान के फैसले से बेहद दुखी हूं : कविता खन्ना
कविता खन्ना ने आजाद उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लडऩे संबंधी तो पुष्टि नहीं की, मगर पंजाब केसरी के साथ बातचीत करते हुए कहा कि उन्हें पार्टी के इस फैसले से बेहद दुख पहुंचा है जिसे वह शब्दों में बयान नहीं कर सकती। उन्होंने कहा कि विनोद खन्ना और उनके पूरे परिवार ने करीब 21 वर्ष गुरदासपुर क्षेत्र की लगातार सेवा की है। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा दुख इस बात का है कि अंतिम समय तक पार्टी हाईकमान उन्हें यही कहता रहा कि गुरदासपुर से वह ही चुनाव लड़ेंगी। यहां तक कि जब सन्नी देओल को पार्टी में शामिल करवाया गया तो भी उन्हें यह नहीं बताया कि सन्नी देओल गुरदासपुर से चुनाव लड़ेंगे। उन्हें इस बात का रोष व दुख है कि पार्टी ने उनकी सभी सेवाएं, ईमानदारी और क्षेत्र में करवाए कार्यों को नजरअंदाज करते हुए यह भी जरूरी नहीं समझा कि अगर इस क्षेत्र में किसी अन्य को टिकट देनी है तो कम से कम उन्हें जानकारी दी जाती। 

पार्टी का फैसला हैरानीजनक : सलारिया
गुरदासपुर क्षेत्र से उप-चुनाव लड़ चुके और इस बार टिकट की उम्मीद लगाए बैठे स्वर्ण सलारिया ने पंजाब केसरी से कहा कि वह नरेंद्र मोदी को फिर से प्रधानमंत्री देखना चाहते हैं, मगर गुरदासपुर की सीट संबंधी पार्टी द्वारा लिया गया फैसला न सिर्फ हैरानीजनक है बल्कि इसने उन हजारों मेहनती वर्करों और समर्थकों को किसी हद तक दुखी भी किया है, क्योंकि उन्होंने इस क्षेत्र में दिन-रात कार्य कर पार्टी का झंडा बुलंद किया था। मगर मौके पर पार्टी ने उन्हें नजरअंदाज कर दिया है। उन्होंने कहा कि वह दिल्ली से वापस आकर अपने समर्थकों के साथ बैठक करेंगे।


पूरा दिन आजाद चुनाव लडऩे के रहे चर्चे
सन्नी देओल की टिकट का ऐलान होते ही जहां भाजपा वर्कर खुशी मनाते रहे, वहीं ये खबरें भी सामने आईं कि कविता खन्ना और स्वर्ण सलारिया ने नाराजगी में आजाद उत्मीदवारों के तौर पर चुनाव लडऩे का फैसला किया है। इसके चलते कांग्रेसी भी इन दोनों नेताओं के प्रतिक्रम की जानकारी लेते रहे। 



26 को कविता खन्ना और 27 को सलारिया करेंगे प्रैस कॉन्फ्रैंस
कविता खन्ना आज दिल्ली से मुम्बई रवाना हो गईं। जिस संबंधी उन्होंने पंजाब केसरी को बताया कि वह अपने परिवार और अन्य करीबियों से विचार-विमर्श करने के बाद कल मुम्बई से वापस दिल्ली आ जाएंगी जिसके बाद वह 26 अप्रैल को दिल्ली में प्रैस कॉन्फ्रैंस कर इन चुनावों दौरान अपनी अगली रणनीति बारे स्थिति स्पष्ट करेंगे। इसी तरह स्वर्ण सलारिया भी आज दिल्ली में ही रहे। जिन्होंने पंजाब केसरी से बातचीत दौरान बताया कि वह 27 अप्रैल को दोपहर के समय दीनानगर के पास कार्यलय में प्रैस कॉन्फ्रैंस कर अगली रणनीति का ऐलान करेंगे।

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