कैप्टन सरकार ने गरीबों और दलितों के बच्चों को भी नहीं बख्शा : चीमा

punjabkesari.in Friday, May 03, 2019 - 08:24 AM (IST)

चंडीगढ़(रमनजीत): आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब ने सरकारी स्कूलों के स्टूडैंट्स के लिए प्राइवेट कंपनियों से तैयार करवाई वर्दियों में करोड़ों के घोटाले की उच्च स्तरीय और समयबद्ध जांच की मांग की है। नेता विपक्ष हरपाल सिंह चीमा और चुनाव प्रचार समिति के चेयरमैन अमन अरोड़ा ने वर्दी खरीद में करोड़ों के घपले की हाईकोर्ट की निगरानी में सी.बी.आई. जांच की मांग की है।

यह भी मांग की है कि कैप्टन सरकार स्कूल स्टूडैंट्स को मिलती किताबें और वर्दियां बांटने के तरीकों की जांच-पड़ताल करने के लिए पंजाब विधानसभा की संयुक्त समिति गठित करें, जिसमें सभी पार्टियों के नुमाइंदे शामिल हों। समिति शैक्षिक सत्र शुरू होने से पहले किताबें और स्कूली वर्दियां जरूरतमंद गरीब और दलित वर्ग के विद्यार्थियों को समय पर बांटने और कपड़े की सही गुणवत्ता यकीनी बनाने के लिए सुझाव दें। चीमा ने कहा कि सी.बी.आई. जांच के साथ-साथ विधानसभा समिति की जांच इसलिए जरूरी है, ताकि सत्तापक्ष के विधायक भी यह ‘ऑन रिकार्ड’ मानें कि पिछली बादल सरकार की तरह उनकी कैप्टन सरकार भी गरीब दलित विद्यार्थियों की वर्दियां तक निगल गई।

हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि इस घोटाले ने कैप्टन सरकार की गरीब और दलित विरोधी सोच के राज खोल दिए हैं। अमन अरोड़ा के अनुसार अफसोस की बात यह है कि स्कूली वर्दियां अकादमिक वर्ष 2018-19 की सर्दियों के लिए थीं, जो गुजर गई हैं। उन्होंने कहा कि उच्च स्तरीय मिलीभगत द्वारा 3 प्राइवेट कंपनियों को टैंडर दिए गए और जिस तरह से घटिया क्वालिटी और छोटे साइज बच्चों को मिले हैं, उससे पता चलता है कि 65 करोड़ रुपए में दिए गए इस ठेके का बड़ा हिस्सा ऊपर तक गया होगा, इसलिए इस घोटाले की हाईकोर्ट की निगरानी में सी.बी.आई. की जांच होनी जरूरी है।

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