विरोधी मेरे बारे क्या कहते हैं मुझे इसकी परवाह नहीं, मैं तो देश की सेवा करने आया हूं : सन्नी देओल

punjabkesari.in Saturday, May 11, 2019 - 09:38 AM (IST)

जालंधर: गुरदासपुर से भाजपा के उम्मीदवार व बॉलीवुड के सुपर स्टार सन्नी देओल जिन्होंने पहली बार राजनीति में कदम रखा है, से आज पंजाब केसरी कार्यालय में एक विशेष मुलाकात की गई। इस दौरान पंजाब केसरी के संवाददाता रमनदीप सोढी ने सन्नी देओल से उनके एकदम से राजनीति में आने के कारणों के अलावा अन्य सवाल-जवाब किए। इस मौके पर सवालों के जवाब देते हुए उन्होंने बड़ी बेबाकी से कहा कि विरोधी उनके बारे में क्या कहते हैं उसकी मुझे कोई परवाह नहीं है, मैं तो राजनीति में देश की सेवा करने के लिए आया हूं। पेश हैं उनसे पूछे गए सवालों के मुख्य अंश : 

प्रश्न : आप भारतीय जनता पार्टी में किसी नेता की विचारधारा से या पार्टी की नीतियों से प्रभावित होकर शामिल हुए हैं?
उत्तर : प्रधानमंंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले पांच साल में देश के लिए बहुत काम किया है। वह देश को बहुत आगे लेकर गए हैं। मोदी जी के चलते पूरी दुनिया में देश का नाम चमका है। मुझे उनकी विचारधारा व कार्यशैली ने बहुत प्रभावित किया है जिसके चलते वह देश की सेवा करने के लिए भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। इससे पहले भी श्री मोदी जी की तरफ से उनसे पार्टी में शामिल होने के लिए सम्पर्क किया गया था। मैं चाहता हूं कि भविष्य में भी नरेंद्र मोदी ही देश की कमान सम्भालें।

प्रश्न : नरेंद्र मोदी से पहली मुलाकात कैसी रही?
उत्तर :राजनीति में कदम रखने के बाद मुझे काफी घबराहट हो रही थी मगर जब उन्होंने श्री मोदी से मुलाकात की तो उन्होंने मुझे बहुत हौसला दिया। उनसे मिलने के बाद मेरे शरीर में एक शक्ति का संचार हो गया। मैंने जब मोदी जी से कहा कि राजनीति में लोग बोलते बहुत हैं मगर मैं तो बहुत कम बोलता हूं और मैं तो केवल काम करना जानता हूं तो उन्होंने कहा कि यही आप की शक्ति है, आप केवल काम करो और किसी बात की ङ्क्षचता मत करो। 

प्रश्न : आप के राजनीति में कदम रखने पर आप के पिता धर्मेंद्र की क्या प्रतिक्रिया थी?
उत्तर : परिवार का कोई भी सदस्य नहीं चाहता था कि मैं राजनीति में आऊं क्योंकि यह एक अलग ही दुनिया है मगर जब मैंने राजनीति में जाने के बारे कहा तो फिर पापा ने कहा कि अगर आप ने राजनीति में जाने का मन बना ही लिया है तो मैं आप के साथ हूं। इसके बाद मां ने भी इजाजत दे दी। फिर मैंने सोचा कि जब मां-बाप साथ हैं तो मुझे सफल होने से कोई नहीं रोक सकता, मेरी फतेह अवश्य होगी। 

प्रश्न : सुनील जाखड़ के पिता बलराम जाखड़ का धर्मेंद्र जी के साथ बहुत गहरा प्यार था। आपको कभी यह महसूस नहीं हुआ कि आप गुरदासपुर में जाखड़ परिवार के उलट जाकर लड़ाई लड़ रहे हैं?
उत्तर : मैं यहां कोई निजी लड़ाई लडऩे तो आया नहीं हूं, मैं तो देश की सेवा करने के इरादे से आया हूं। जो भी व्यक्ति देश की सेवा करेगा वही यहां रह सकता है। 

प्रश्न : आपको निजी तौर पर किससे डर लगता है?
उत्तर :  (सन्नी ने हंसते हुए इस सवाल का जवाब देते हुए कहा कि) मुझे तो केवल अपने पापा से ही डर लगता है और किसी से मैं नहीं डरता।   

प्रश्न : क्या धर्मेंद्र जी भी आपके साथ प्रचार करने आ रहे हैं?
उत्तर : हां, पापा जी भी आ रहे हैं औरचुनाव तक वह मेरे साथ ही चुनाव प्रचार करेंगे।

प्रश्न : आपको इतने अच्छे संस्कार कहां से मिले? 
उत्तर : ये सारे संस्कार मुझे मेरे माता-पिता और पूरे परिवार से मिले हैं। इंसान सब कुछ अपने परिवार में रह कर ही सीखता है।

प्रश्न : जो पंजाब आपने बचपन में अपने पापा की उंगली पकड़ कर देखा था और आज के पंजाब में आपको क्या अंतर नजर आता है?
उत्तर : आज पूरा देश बदल चुका है मगर पंजाब में जो नौजवानों में ड्रग्स की लत लग चुकी है वह बहुत ही ङ्क्षचता का विषय है। मैं बच्चों को इस दलदल से निकालना चाहता हूं। मैं बच्चों से नशे की लत छुड़ा कर खेलों की लत लगाना चाहता हूं ताकि हमारा पंजाब पहले जैसे खुशहाल हो सके।

प्रश्न : विरोधियों की तरफ से आपकी छोटी-छोटी गलतियों को बड़ा करके उछाला जा रहा है, इसके बारे आप क्या सोचते हैं?
उत्तर : मेरे बारे में कौन क्या बोलता है, उसकी मैं कोई परवाह नहीं करता। मैं तो राजनीति में काम करने आया हूं, देश की सेवा करना चाहता हूं, मैं बच्चों के साथ जुडऩा चाहता हूं, किसानों की समस्याओं को दूर करना चाहता हूं। मेरे बारे में कौन क्या कह रहा है यह सोच-सोच कर मैं अपना दिमाग खराब नहीं करना चाहता।

प्रश्न : अगर आप चुनाव जीत जाते हैं तो आप पंजाब में रहेंगे या फिर मुम्बई में?
उत्तर : अगर लोगों को मेरे यहां रहने से खुशी होगी तो मैं यहां ही रहूंगा। मैं तो उनकी सेवा करने ही आया हूं, मेरा मकसद तो उनकी समस्याओं को दूर करना और उनके रुके हुए काम पूरे करना है। मेरी खुशी उनकी खुशी के साथ ही है।

प्रश्न : सुना है सुखबीर बादल ने भी आपको अपनी पार्टी में शामिल करने की कोशिश की थी?
उत्तर : बहुत साल पहले मैं उनके लिए भी आया था। उन्होंने मुझे पार्टी में आने के लिए कहा भी था मगर उस वक्त मैं राजनीति में आना नहीं चाहता था।

प्रश्न : करतारपुर कॉरिडोर बनने पर क्या आप वहां जाओगे?
उत्तर : हां, मैं वहां सबसे पहले जाऊंगा। मैं नरेंद्र मोदी जी के साथ आऊंगा। करतारपुर कॉरिडोर बनने से दोनों देशों के संबंधों में भी सुधार होगा। इसके अलावा लोग श्री गुरु नानक देव जी के जन्म स्थान पर जाकर खुले रूप से नतमस्तक हो सकेंगे।  

प्रश्न : आपके साथ सैल्फी खिंचवाने वाले लोग क्या वोटों के रूप में कन्वर्ट होंगे?
उत्तर : (हंसते हुए) यह तो 23 को ही पता चलेगा।

Vatika