लोकसभा चुनावःलुधियाना सीट के लिए मजीठिया के नाम पर भी फीडबैक ले रहा है अकाली दल

punjabkesari.in Sunday, Mar 24, 2019 - 01:47 PM (IST)

लुधियाना(हितेश): लोकसभा चुनावों के दौरान पंजाब की उद्यौगिक राजधानी के तौर पर जाने जाते लुधियाना की सीट पर कांग्रेस की तरफ से मौजूदा सांसद रवनीत बिट्टू द्वारा एक बार फिर टिकट फाइनल होने का दावा किया जा रहा है। वहीं विरोधी पार्टियों खासकर अकाली दल में संभावित प्रत्याशी को लेकर अभी तक तस्वीर साफ नहीं हो पाई है। इसके तहत आए दिन नया नाम सुनने को मिल रहा है। यहां तक कि अब विक्रम मजीठिया के नाम पर भी फीडबैक जुटाया जा रहा है। 

पिछले बार मनप्रीत अयाली ने लड़ा था चुनाव
यहां बताना उचित होगा कि पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान अकाली दल की तरफ से मनप्रीत अयाली ने चुनाव लड़ा था। हालांकि इस बार भी वह बिट्टू के खिलाफ मैदान में उतरने के लिए खुद को तैयार बता रहे हैं, लेकिन फैसला हाईकमान पर छोड़ दिया है। उधर, 10 साल से कांग्रेस के खाते में चल रही सीट पर अकाली दल के भीतर उम्मीदवार बनाने के लिए सुखबीर बादल द्वारा लुधियाना से एम.पी. रह चुके शरणजीत ढिल्लों, पूर्व मंत्री महेशइंद्र ग्रेवाल, हीरा सिंह गाबडिया व जिला प्रधान रंजीत ढिल्लों के नामों पर भी मंथन किया जा रहा है। इनमें से साहनेवाल के विधायक शरणजीत ढिल्लों द्वारा चुनाव लड़ने से असहमति जताने की चर्चा है, जबकि रंजीत ढिल्लों व महेशइंद्र ग्रेवाल के नाम रेस में रोजाना एक-दूसरे से आगे-पीछे होने की अटकलें सियासी गलियारों में सुनने को मिल रही हैं। इसके अलावा यूथ विंग से परमिन्द्र बराड़ के नाम की सिफारिश भी हाईकमान तक पहुंची है।  

मजीठिया लुधियाना में कर चुके हैं कई नेताओं के घर विजिट
अंदरखाते विक्रम मजीठिया के नाम पर भी फीडबैक जुटाया जा रहा है। इसके संकेत मजीठिया द्वारा पिछले दिनों लुधियाना में आकर रैली करने के बाद कई नेताओं के घर पर विजिट करने से मिल चुके हैं।

बेअंत सिंह की सरकार में डी.सी. रहे चन्नी को बिट्टू के खिलाफ उतारने की भी चल रही चर्चा

अकाली दल द्वारा पूर्व आई.ए.एस. अधिकारी एस.एस. चन्नी को बिट्टू के खिलाफ अपना उम्मीदवार बनाने को लेकर भी चर्चा चल रही है। चननी बेअंत सिंह की सरकार में लुधियाना के डी.सी. रहे हैं जिनकी छवि व पुराने संबंधों को अकाली दल कैश करना चाहता है।बैंस के नाम को लेकर खत्म नहीं हो रहा सस्पैंस: सिमरजीत बैंस ने लुधियाना से पिछला लोकसभा चुनाव आजाद तौर पर लड़ा था। अब उन्होंने सुखपाल खैहरा, बसपा व धर्मवीर गांधी के साथ मिलकर डैमोक्रेटिक फ्रंट बनाया है जिसके तहत बैंस द्वारा पहले बठिंडा से हरसिमरत बादल के खिलाफ चुनाव लडऩे का दावा किया गया लेकिन वहां से अब खैहरा को उम्मीदवार घोषित कर दिया गया। इसके बाद बैंस द्वारा संगरूर से भगवंत मान के खिलाफ चुनाव लडऩे की बात कही जा रही है।

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