युवाओं की सेना तैयार करने में जुटीं भाजपा व कांग्रेस

punjabkesari.in Thursday, Mar 22, 2018 - 09:21 AM (IST)

जालंधर(पाहवा): आम चुनाव 2019 के लिए दोनों प्रमुख राष्ट्रीय दलों भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस ने अभी से अपनी राजनीतिक तैयारी शुरू कर दी है। परस्पर विरोधी विचारधारा वाले दोनों प्रतिद्वंद्वी इस बात पर सहमत हैं कि आगे की लड़ाई जीतने के लिए उन्हें युवाओं पर दाव लगाना होगा। कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन में पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने जहां लोकसभा और अगले कुछ महीनों में होने वाले विधानसभा चुनाव में युवाओं की भागीदारी बढ़ाने के स्पष्ट संकेत दिए वहीं भाजपा अभी से नौजवानों को आगे बढ़ाकर 2024 के लिए अनुभवी टीम को तैयार करने में जुटी है।

भाजपा का युवा प्रेम
भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संगठन से लेकर सरकार तक युवाओं को कमान सौंपकर पार्टी की नई पीढ़ी तैयार करनी शुरू कर दी है। केंद्र सरकार के मंत्रियों से लेकर पार्टी के केंद्रीय पदाधिकारियों व विभिन्न रा’यों के मुख्यमंत्रियों के बाद रा’यसभा में भाजपा ने युवा नेताओं को भेजना शुरू कर दिया, इससे केंद्र के साथ-साथ रा’यों में भी युवा नेतृत्व का तेजी से विस्तार हो रहा है। हाल ही में रा’यसभा में युवा नेताओं अनिल ब्लूनी, जी.वी.एल. नरसिम्हा राव, वी. मुरलीधरन, अनिल जैन को भेजकर साबित कर दिया कि पार्टी में अनुभवियों से ’यादा युवा हैं। दरअसल पार्टी की रणनीति 2024 के लिए ऐसी नई टीम तैयार करना है जो युवा होने के साथ अनुभव से भी परिपक्व हो। दूसरे दलों में भी युवाओं के हाथ में कमान जाने से वाले सालों में राजनीति की दशा व दिशा भी नई रहेगी। 

सरकार में युवा 
यू.पी., उत्तराखंड, असम, महाराष्ट्र सहित आधा दर्जन भाजपा शासित रा’यों की कमान युवा मुख्यमंत्रियों के हाथ में है। विप्लव देव के नेतृत्व वाली त्रिपुरा सरकार में तो ’यादातर मंत्री युवा हैं। भाजपा ने यू.पी.  में सी.एम. योगी आदित्य नाथ के साथ दोनों डिप्टी सी.एम. युवा ही बनाए थे। यही नहीं श्रीकांत शर्मा व सिद्धांत सिंह जैसे युवा नेताओं को दिल्ली से रा’य की राजनीति में भेजा । केंद्र सरकार में स्मृति ईरानी, धर्मेंद्र प्रधान, पीयूष गोयल आदि को अहम मंत्रालयों की कमान सौंपकर युवाओं को तरजीह देने की अपनी रणनीति भाजपा ने स्पष्ट की। 

संगठन में युवा 
मुरलीधर राव, राम माधव,  सरोज पांडे,  भूपेंद्र यादव आदि पार्टी में महासचिव पद की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। सुधांशु त्रिवेदी, मीनाक्षी लेखी, संबित पात्रा, जी.वी.एल. नरसिम्हा राव, नलिन कोहली आदि प्रवक्ता पद पर तैनात हैं। इससे पहले श्यामा प्रसाद मुखर्जी के समय पं. दीनदयाल उपाध्याय,  अटल बिहारी वाजपेयी, लाल कृष्ण अडवानी,  प्रमोद महाजन, वेंकैया नायडू,  सुषमा स्वराज, गोविंदाचार्य व नरेंद्र मोदी जैसे युवाओं को देश के विभिन्न हिस्सों में 
राजनीति में लाया गया था।

कांग्रेस की युवा राजनीति
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को संपन्न हुए महाधिवेशन में युवा कार्यकत्र्ताओं से वादा किया कि वे उन्हें पार्टी की राजनीति में केंद्र में लेकर आएंगे। माना जा रहा है कि जल्दी ही कार्य समिति के पुनर्गठन के दौरान इसमें युवा चेहरों को महत्व देकर वह अपना वादा पूरा कर सकते हैं। महाधिवेशन में जिस तरह युवाओं के मुद्दे पर सरकार को घेरा गया, उससे माना जा रहा है कि मिशन 2019 के लिए कांग्रेस नौजवानों को आगे कर रही है। पार्टी अध्यक्ष का पद संभालने के बाद से राहुल गांधी में आत्मविश्वास और आक्रामकता आई है।  माना जा रहा है कि लोकसभा और कई रा’यों के विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए राहुल नई टीम में युवाओं को ’यादा से ’यादा लेकर आएंगे। 

कांग्रेस में युवाओं का बढ़ता कद 
कांग्रेस संगठन में ’योतिरादित्य सिंधिया लोकसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक और रणदीप सिंह सुर्जेवाला मीडिया प्रभारी की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। कर्नाटक में युवाओं को ध्यान में रखते हुए के.सी. वेणुगोपाल को रा’य का प्रभारी बनाया गया है। सचिन पायलट को राजस्थान अरुण यादव को मध्य प्रदेश, गुलाम मीर को जम्मू कश्मीर का प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाया जा चुका है। पंजाब में नवजोत सिंह सिद्धू, चरणजीत सिंह चन्नी, मनप्रीत सिंह बादल को जबकि कर्नाटक में कृष्णा बायरे गौड़ा, डी पाटिल, डी.वी. शिवकुमार को आगे लाया गया है। 

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