लोकसभा चुनाव 2019: 7-8 सीटों पर नए चेहरों की तलाश, चारों मौजूदा सांसदों को पुन: मिलेंगी टिकटें

punjabkesari.in Wednesday, Aug 01, 2018 - 12:36 PM (IST)

जालंधर (धवन): 2019 में होने वाले लोकसभा के आम चुनावों में कांग्रेस द्वारा 7-8 से अधिक लोकसभा सीटों पर नए उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारने की तलाश शुरू कर दी गई है। कांग्रेस के केन्द्रीय नेतृत्व ने सभी राज्य इकाइयों को मजबूत उम्मीदवारों की तलाश शुरू करने निर्देश जारी कर दिए हैं।

पंजाब में लोकसभा की 13 सीटें आती हैं। कांग्रेसी हलकों में माना जा रहा है कि केन्द्रीय नेतृत्व द्वारा 7-8 सीटों से अधिक सीटों पर नए चेहरों को किस्मत आजमाने का मौका दिया जाएगा। राज्य में चूंकि अब कांग्रेस की सरकार है, इसलिए संसदीय सीटों के लिए टिकटें मांगने वालों की कतार भी लंबी हो गई है।  कांग्रेसी हलकों ने बताया कि संगरूर, फतेहगढ़ साहिब, होशियारपुर, फरीदकोट, भटिंडा, फिरोजपुर, आनंदपुर साहिब, खडूर साहिब आदि लोकसभा सीटों पर पार्टी नए उम्मीदवारों को लाने के पक्ष में विचार कर रही है। मुख्यमंत्री ने कांग्रेस के संभावित उम्मीदवारों को लेकर अपनी राय सार्वजनिक नहीं की है परन्तु माना जा रहा है कि कैप्टन ने पार्टी के मौजूदा विधायकों को लोकसभा चुनावों में उम्मीदवार बनाए जाने से गुरेज करेगी।

अगर मौजूदा विधायकों को टिकटें दी जाती हैं, तो ऐसी स्थिति में सरकार को विधानसभा सीटों के उपचुनाव का सामना करना पड़ता है। पार्टी ने 5 लोकसभा सीटों को लेकर ही मंथन किया है परन्तु यह राय बनी है कि इस बार नए चेहरों को मौका दिया जाना चाहिए। पार्टी का केन्द्रीय नेतृत्व लोकसभा चुनाव में भी परिवारवाद को बढ़ावा नहीं देगा। बैठकों में 40 विधायकों की राय भी उम्मीदवारों को लेकर ली जा चुकी है। पंजाब में पार्टी के चारों मौजूदा सांसदों सुनील जाखड़ (गुरदासपुर), गुरजीत सिंह औजला (अमृतसर), चौधरी संतोख सिंह (जालंधर) तथा रवनीत सिंह बिट्टू (लुधियाना) को पुन: चुनावी मैदान में उतारा जा सकता है। राज्य विधानसभा चुनाव में कुछ कांग्रेसी नेता विधायक नहीं बन सके थे, वे भी इस बार टिकट लेने की कतार में बने हुए हैं। 


परनीत कौर को पुन: टिकट मिलेगी, कैप्टन व जाखड़ की सलाह से तय होंगे उम्मीदवार
कांग्रेस के जो कांग्रेसी उम्मीदवार पिछली बार सफल नहीं हुए थे, उनमें से कुछ दोबारा टिकटें मांग रहे हैं। अब देखना यह है कि उन्हें पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र तथा प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सुनील जाखड़ दोबारा टिकटें देने की हिमायत करते हैं या नहीं। राज्य में चूंकि मुख्यमंत्री की कमान कैप्टन के हाथों में है, इसलिए कैप्टन तथा जाखड़ की सलाह से ही उम्मीदवार तय होने के आसार हैं। 2014 में पराजित होने वाले कांग्रेसी उम्मीदवारों में फरीदकोट से जोगिन्द्र सिंह पंजगराईं, संगरूर से विजय इंद्र सिंगला, फतेहगढ़ साहिब से साधु सिंह धर्मसोत, होशियारपुर से मोहिन्द्र के.पी., भटिंडा से मनप्रीत सिंह बादल, आनंदपुर साहिब से अम्बिका सोनी आदि शामिल थे। इनमें से साधु सिंह धर्मसोत, विजयइंद्र सिंगला, मनप्रीत सिंह बादल इस समय कैप्टन अमरेंद्र सिंह सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं इसलिए इन सीटों पर नए उम्मीदवार आने अवश्यभावी हैं। पटियाला में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह की पत्नी परनीत कौर को पुन: चुनावी मैदान में उतारा जाएगा। 

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