कोरोना मरीजों को बचाते हुए गंवा दी थी जान, अब मदद के लिए भटक रहा परिवार

punjabkesari.in Sunday, Feb 07, 2021 - 04:28 PM (IST)

फिरोजपुर (कुमार): कोविड -19 के दौरान कोरोना पीड़ित मरीजों की जान बचाते हुए अपनी जान गंवा देने वाली फिरोजपुर की ए.एन.एम कर्मचारी अंजू सेतिया पत्नी नवनीत सेतिया निवासी जय माँ लक्ष्मी इन्क्लेव फिरोजपुर का परिवार सरकार की तरफ से एलान की गई 50 लाख रुपए की मदद लेने के लिए दर-दर भटक रहा है। हैरानी की बात यह है कि ए.एन.एम कर्मचारी अंजू सेतिया की मौत 18 अक्तूबर 2020 को कोरोना से हुई थी और उस समय सरकार की तरफ से परिवार को यह भरोसा दिया गया था कि उनको पंजाब सरकार की तरफ से 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता और परिवार के एक मैंबर को नौकरी दी जाएगी परन्तु साढ़े 3 महीने से ज्यादा समय बीत जाने के बावजूद अब तक उसकी फाइल फिरोजपुर के सिविल सेहत विभाग के अधिकारीयों की टेबल पर पड़ी है।

उसकी फाइल को क्लियर होने के लिए आए दिन परिवार को कमियां गिना दी जाती हैं और उसके कागज़ पूरे करने के लिए कहा जाता है। सव. अंजू सेतिया के पारिवारिक सदस्यों ने बताया कि वह बार -बार सेहत विभाग के दफ्तरों के चक्कर निकाल कर थक गए हैं परन्तु अब तक उनकी फाइल पेपर में ही पड़ी है।

उन्होंने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से मांग की कि परिवार को जल्द पंजाब सरकार की तरफ से 50 लाख रुपए की रकम और परिवार के एक मैंबर को सरकारी नौकरी दी जाए। उन्होंने कहा कि कोरोना काल दौरान जब लोग अपनी जान बचाने में लगे हुए थे तो अंजू सेतिया ने सख़्त मेहनत की और कोरोना पीड़ित कई मरीज़ों की जान बचाने में मदद की।

फाईल आज ही चंडीगढ़ भेज दी जाएगी- सिविल सर्जन 
दूसरी तरफ संपर्क करने पर सिविल सर्जन फिरोजपुर डा. राजिंदर राज ने बताया कि अंजू सेतिया के परिवार को आर्थिक सहायता देने के लिए फाइल आज ही चंडीगढ़ भेज दी जाएगी। उन्होंने बताया कि आगे की कार्यवाही चंडीगढ़ हेड ऑफिस की तरफ से की जाएगी। 

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Tania pathak