रसोई गैस सिलैंडर की कीमत हुई 825 रुपए, गरीबों पर पड़ी मार

punjabkesari.in Monday, Mar 23, 2020 - 11:00 AM (IST)

मुक्तसर साहिब(तनेजा, खुराना): अच्छे दिन आएंगे का नारा लगाने वाली भाजपा की अगुवाई वाली केन्द्र सरकार और गरीबों को अधिक से अधिक सुविधाएं व लाभ देने का वायदा करने वाली पंजाब सरकार के राज में महंगाई प्रतिदिन बढ़ती जा रही है व गरीबों का कचूमर निकाल रही है।

अब तो रसोई गैस सिलैंडर लेना भी गरीबों की पहुंच से बाहर की बात है। पहले मुफ्त गैस सिलैंडर देने का सरकार ने ड्रामा करके गरीबों को मूर्ख बनाया व अब पहले 430 रुपए के हिसाब से मिलने वाला गैस सिलैंडर 825 रुपए का हो गया है। दूर के गांवों में तो सिलैंडर 900 रुपए के हिसाब से मिल रहा है जबकि आने-जाने का अलग से खर्चा करना पड़ रहा है। रसोई गैस की बढ़ी कीमतों के कारण कई गरीब घरों में गैस चूल्हे ठंडे हो गए हैं क्योंकि लोगों के पास सिलैंडर भरवाने के लिए पैसे नहीं हैं जबकि मध्यमवर्गीय परिवारों ने फिर से चूल्हों में आग जलानी शुरू कर दी है। 

यदि देखा जाए तो सरकारों की सोच गरीबों प्रति बेहद बुरी है व जो नीतियां सरकार लोगों के लिए बनाती है उनका लोगों को फायदा नहीं मिल पाता। गरीब लोगों का आरोप है कि आए दिन गैस सिलैंडर की कीमतों में बढ़ौतरी की जाती है जबकि लोग आर्थिक तंगियों के चलते पहले से ही परेशानी के आलम में हैं। इस मुद्दे पर पंजाब केसरी द्वारा विशेष रिपोर्ट तैयार की गई है।

क्या कहना है आम लोगों का
पूर्व ब्लाक अधिकारी दर्शन सिंह महल, डा. राम चंद भंगचड़ी, बबलजीत सिंह भागसर, डा. गुरसेवक सिंह, नवसंगीत सिंह चक्क बीड, शेरबाज सिंह लक्खेवाली, ज्ञान कौर दूहेवाला, किरनजीत कौर भंगचड़ी, बलजिंद्र कौर खप्पियांवाली व अमृतपाल कौर बल्लूआणा ने कहा कि सरकार को रसोई गैस की कीमतें नहीं बढ़ानी चाहिएं क्योंकि यह घर की जरूरत है। उन्होंने कहा कि ऐसे में आम लोगों की जेब पर अधिक बोझ आता है।
 

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Sunita sarangal