उपचुनाव पर गुटबाजी का साया: अपने हलके की बजाय बाहरी एरिया में नजर आ रहे हैं कांग्रेसी लीडर

punjabkesari.in Tuesday, Oct 08, 2019 - 09:07 AM (IST)

लुधियाना(हितेश): पंजाब की 4 सीटों पर हो रहे उपचुनाव में जीत हासिल करने को लेकर कैप्टन अमरेंद्र सिंह से लेकर कांग्रेस के हर छोटे-बड़े लीडर द्वारा दावे किए जा रहे हैं लेकिन इन चुनावों पर गुटबाजी का साया भी नजर आ रहा है, क्योंकि कई कांग्रेसी लीडर नजदीकी की बजाय बाहरी एरिया में ड्यूटी दे रहे हैं। 

यहां बताना उचित होगा कि उपचुनाव के दौरान टिकट हासिल करने के लिए सभी हलकों में कई कांग्रेसी नेताओं द्वारा दावेदारी पेश की गई थी जिनमें पिछला चुनाव लडऩे वालों व पूर्व विधायकों के अलावा कई दिग्गज नेता भी शामिल थे लेकिन उनमें से किसी को कामयाबी नहीं मिली क्योंकि मुल्लांपुर दाखा में चीफ  मिनिस्टर के राजनीतिक सलाहकार संदीप संधू व फगवाड़ा से आई.ए.एस. अधिकारी बलविंद्र सिंह धालीवाल को टिकट दी गई है। इसका नतीजा शुरूआती दौर में असंतोष के रूप में सामने आया था लेकिन कांग्रेस हाईकमान के दखल के चलते ज्यादातर नेताओं को शांत करने का दावा किया जा रहा है जिनमें से कुछेक तो उम्मीदवारों के लिए प्रचार करते हुए नजर आ रहे हैं, हालांकि यह तो परिणाम आने पर ही पता चलेगा कि इन नेताओं ने कितनी ईमानदारी से काम किया है।

इसके अलावा टिकट न मिलने से नाराज या उम्मीदवार के साथ खराब रिश्तों के चलते कई नेताओं ने अपने हलकों से किनारा कर लिया है और वे नजदीकी की बजाय बाहरी एरिया में ड्यूटी दे रहे हैं। उदहारण के तौर पर जलालाबाद से साथ लगते कई एरिया के लीडर मुल्लांपुर दाखा में काम कर रहे हैं और मुकेरियां के आसपास के कई लीडर जलालाबाद या फगवाड़ा पहुंचे हुए हैं। ऐसा नही कि कांग्रेस हाईकमान इन हालात से वाकिफ  नहीं है,  बल्कि कई नेताओं के अलावा मंत्रियों व विधायकों की नाराजगी की भांपते हुए उनकी ड्यूटी आधिकारिक तौर पर नजदीकी की बजाय बाहरी एरिया में लगाई गई है।

हाईकमान के अलावा पंजाब के बड़े नेताओं का भी है इंतजार 
उपचुनाव के दौरान अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल व भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष श्वेत मलिक द्वारा अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के हक में प्रचार किया जा चुका है। यहां तक कि केंद्रीय मंत्री सोम प्रकाश ने फगवाड़ा में पक्के तौर पर डेरा लगाया हुआ है। उधर, अगर कांग्रेस की बात करें तो कैप्टन ने मुल्लांपुर दाखा के उम्मीदवार के पेपर फाइल करवाए थे। इसी तरह जलालाबाद में पंजाब की इंचार्ज आशा कुमारी व जलालाबाद में सुनील जाखड़ मौजूद रहे थे लेकिन उसके बाद कैप्टन व आशा कुमारी के दर्शन नहीं हुए और जाखड़ भी सिर्फ जलालाबाद तक ही सीमित होकर रह गए हैं। अब कैप्टन द्वारा आगामी दिनों में रोड शो करने का प्रोग्राम बनाया जा रहा है लेकिन हाईकमान की तरफ से किसी बड़े नेता के आने की अब तक कोई सूचना नहीं है।

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