लुधियाना जेल झड़पः आंसू गैस बनी पुलिस के लिए वरदान, नहीं तो जान से धोना पड़ सकता था हाथ

punjabkesari.in Friday, Jun 28, 2019 - 10:42 AM (IST)

लुधियाना(ऋषि): सैंट्रल जेल में कैदियों व हवालातियों के पुलिस के आमने-सामने होने के समय पुलिस की तरफ से प्रयोग किए गए आंसू गैस के  गोले ही वरदान साबित हुए। अगर समय रहते आंसू गैस का प्रयोग न किया जाता तो पुलिसकर्मियों को भी अपनी जान से हाथ धोना पड़ सकता था, क्योंकि गुस्साए युवाओं के हजूम को कंट्रोल करने में हवाई फायरिंग करने के बाद ही पुलिस नाकाम साबित हो रही थी। लगभग 3000 बंदियों को बैरकों में बंद करने के लिए लगभग 200 जेल कर्मी भी नहीं थे। सूत्रों के अनुसार एक बार तो हजूम सैंट्रल जेल के मेन गेट तक भी पहुंच गया था लेकिन किसी तरह उसे खदेड़ा गया स्थिति कंट्रोल न होती देखी पुलिस की तरफ से लगभग 100 आंसू गैंस के गोले फैंके गए।  

कमिश्नरेट पुलिस ने संभाली स्थिति, कैदी किए बैरकों में बंद
स्थिति बिगड़ते ही कमिश्नरेट पुलिस मौके पर पहुंच गई और स्थिति संभालने में जुट गई। लुधियाना पुलिस के सभी जी.ओ. के अलावा, थाना प्रभारी, चौकी इंचार्ज व भारी फोर्स जेल में पहुंची। इतना ही नहीं खन्ना, जगराओं से भी पुलिस फोर्स को बुलाया गया और जेल की चारों की तरफ से घेराबंदी कर ली गई लेकिन तब तक काफी देरी हो चुकी थी और कई कै दी और हवालाती फरार हो चुके थे। घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद सभी को बैरकों में बंद किया गया। 

6 जगह लगाई आग, रिकार्ड जलकर राख
सूत्रों के अनुसार जेल के अंदर बंदियों की तरफ से 6 जगह पर आग लगाई गई जिस कारण काफी रिकार्ड भी जलकर राख हो गया। वहीं एस.टी.डी., पानी की सप्लाई, बिजली के खंभे भी तोड़े गएजिससे जेल में एक बार पानी की सप्लाई भी बंद हो गई।   

पेड़ तोड़ दीवारों के साथ लगा हुए फरार
सूत्रों के अनुसार फरार हुए आरोपियों की तरफ से जेल के अंदर पहले कई पेड़ो को तोड़ा गया और फिर उन्हें दीवार की लंबी दीवारों के साथ खड़ा कर दिया गया जिसके बाद सभी एक-एक कर फरार हो गए। आरोपी 3 से 4 जगह पर पेड़ लगाकर फरार हुए हैं। 

खाली गैस सिलैंडरों के कारण टला हादसा
सूत्रों के अनुसार भीड़ की तरफ से गैस सिलैंडरों को आग लगाने का प्रयास किया गया ताकि पुलिस उनकी तरफ  आगे को न आए लेकिन कुछ गैस सिलैंडर  खाली होने के कारण बड़े हादसे होने से कई बार टले।  

कइयों ने पुलिस के आगे जोड़े हाथ
नाम न छापने की शर्त पर पुलिसकर्मियों ने बताया कि जब वे स्थिति कंट्रोल कर रहे थे तो ज्यादातर हवालाती और कैदी ऐसे नजर आए जो पुलिस के आगे हाथ जोड़ रहे थे ताकि उन्हें कुछ कहा न जाए। पुलिस के अनुसार कुछ युवाओं द्वारा माहौल खराब करने के लिए ऐसा किया गया, जबकि ’यादातर कैदी और हवालाती अनुशासन में रहना चाहते थे। 

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