‘सैंट्रल जेल तों हैड कांस्टेबल बोल रिहां, तुहाडे रिश्तेदार नू पैसे चाहिदे ने, 3500 रुपए पे टी.एम. करवा देओ’

punjabkesari.in Saturday, Nov 30, 2019 - 01:13 PM (IST)

लुधियाना(स्याल): ताजपुर रोड स्थित सैंट्रल जेल में बंदियों द्वारा चोरी-छुपे मोबाइल, नशीली वस्तुओं का इस्तेमाल पर जेल प्रशासन ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। मगर अब प्रबंधन को  पे टी.एम. प्रणाली की परेशानी से जूझना पड़ेगा। इसके माध्यम से कैदियों व हवालातियों को जेल में सुविधाओं के नाम पर कर्मचारी उनके रिश्तेदारों को फोन करके रुपए जमा करवाने हेतु कह रहे हैं।

इसका खुलासा करते हुए कैलाश नगर निवासी एक हवालाती के रिश्तेदार रामप्रीत बिट्टू ने बताया कि गत रविवार को उनका नजदीकी रिश्तेदार एक मामले में सैंट्रल जेल गया था। सोमवार को उनके मोबाइल पर कॉल आई व फोन करने करने वाले ने कहा कि बाई जी ‘सैंट्रल जेल तों हैड कांस्टेबल बोल रिहां, तुहाडे रिश्तेदार नू पैसे चाहिदे ने, तुसी 3500 रुपए पे टी.एम. करवा देओ’। थोड़े समय बाद फिर कॉल कर 1500 रुपए पे.टी.एम करवाने को कहा गया जिसके बाद उसने उक्त राशि पे.टी.एम करवा दी। 

पे टी.एम. बाले नंबर पर कॉल की तो आ रहा ‘नेहा बैंक वाली’
हैड कांस्टेबल द्वारा पहली काल प्रात: 9.30 बजे व दूसरी 10-11 बजे के बीच करने के उपरांत एक मोबाइल पर एस.एम.एस. भी भेजा गया। हवालाती के रिश्तेदार ने बताया कि हैड कांस्टेबल की कई बार मोबाइल कॉल आई। हैड कांस्टेबल द्वारा कॉल करने वाले मोबाइल नंबर किए गए पे टी.एम. के अतिरिक्त अन्य सबूत भी हैं। जिस नंबर पर पे टी.एम. द्वारा पैसे भेजे गए उसे ट्रू कालर में डालने पर नेहा बैंक वाली का नाम आ रहा था। रामप्रीत बिट्टू ने बताया कि मामला गर्माने पर जांच के दायरे में आए हैड कांस्टेबल ने मोबाइल से कॉल करके कहा कि मैंने आपको कोई कॉल नहीं की। उसने प्रात: 11 बजे का समय जेल में भी मिलने का दिया। 

शिकायत आने पर जांच के बाद करेंगे कार्रवाई : सुपरिंटैंडैंट
इस संबंध में जेल के सुपरिंटैंडैंट राजीव कुमार अरोड़ा का कहना है मामले की शिकायत आने पर डी.एस.पी (सिक्योरिटी) को जांच सौंपी जाएगी। रिपोर्ट आने के उपरांत हैड कांस्टेबल के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी।

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