पहाड़ा ना सुनाने पर मास्टर ने पहली कक्षा में पढ़ती बच्ची के सिर पर रखा चाय का गर्म गिलास

punjabkesari.in Monday, Dec 02, 2019 - 07:31 PM (IST)

लुधियाना (सलूजा): सरकारी प्राइमरी स्कूल जौहलां उस समय विवादों में घिर गया जब स्कूल के ही एक मास्टर ने पहली कक्षा में पढ़ती बच्ची के सिर पर चाय का गर्म-गर्म गिलास इसलिए रख दिया, क्योंकि उसने पहाड़ा नही सुनाया था। एक कारण यह भी बताया गया कि बच्ची दूसरे बच्चो की तुलना में अधिक रोती है। जब पीड़ित बच्ची कोमलप्रीत की मां ने इस अत्यचार के खिलाफ स्कूल की मैनेजमैंट व गांव की पंचायत के समक्ष गुहार लगाई तों उसके साथ इंसाफ करने की बजाए उल्टा उसी को ही जलील करते हुए अपनी जुबान बंद रखने को कहा गया। मासूम की मां हरपाल कौर ने जब अपने साथ हो रही बेइंसाफी के बारे में पूर्व विधायक कामरेड तरसेम जोंधा को बताया तो उन्होंने हरपाल कौर व उसकी मासूम बेटी को साथ लेकर आज जिले के डिप्टी कमिश्नर से मुलाकात की और उनको इस मामले में बिना किसी देरी के कारवाई करने की मांग की। जोंधा ने बताया कि पीड़ित परिवार को यहां पर आने से रोकने की हर संभव कोशिश की गई। 

मिड डे मील वर्कर ने उक्त टीचर समेत 2 पर लगाए अश्लील हरकते करने के आरोप
उक्त स्कूल टीचर पर केवल मासूम के सिर पर चाय का गर्म गर्म गिलास रखने का ही आरोप नहीें है बलकि इसी गांव से संबधित एक मिड डे मील वर्कर ने इस टीचर व इसी स्कूल में पढ़ाते एक अन्य टीचर पर यह गंभीर आरोप लगाए है कि वह पिछले 15 वर्षो से स्कूल में मिड डे मील वर्कर के तौर पर काम करती आ रही है। उसको स्कूल लगने के समय से एक से दो घंटे पहले बुला लिया जाता और उसके साथ अश्लील हरकते की जाती रही। जब उसने विरोध किया तों उसको स्कूल से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। वह बहुत गरीब है और स्कूल में नौकरी करके अपने परिवार का पालण पोषण करती आ रही थी। यह दोनो टीचर उसकी विधवा होने की मजबूरी का फायदा उठाते हुए परेशान करते आ रहे थे। उसने भावुक होते हुए बताया कि जब वह गांव की पंचायत के समक्ष गई तो उसकी कोई सुनवाई नहीं की गई। डिप्टी कमिश्नर ने दोनो शिकायतों के मामले में यह भरोसा दिलाया कि जांच की जाएगी और आरोप साबित होने पर यकीनन तौर पर बनती कानूनी कारवाई को अमल में लाया जाएगा। इस अवसर पर प्रकाश सिंह हिस्सोवाल, दलजीत गोरा और अवतार सिंह आदि उपस्थित थे। 

आरोप बेबुनियाद, पुलिस जांच कर चुकी है
गंभीर आरोपों का सामने करने वाले उक्त टीचर ने दोनो ही मामलो में लगाए सभी आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि इनमें रता भर भी सच्चाई नहीं है। पुलिस अपने स्तर पर पहले ही जांच कर चुकी है। मासूम बच्ची के सिर पर चाय का कोई गिलास नहीं रखा गया बलकि वह तों पिछले कई दिनों से बीमार होने की वजह से स्कूल नहीं आ रही थी। उन्होंनें तों खुद बच्ची के स्कूल ना आने का कारण इनके घर पर संदेश भेज कर पता लगाया था। उनको तों यह जवाब मिला कि बच्ची का इलाज चल रहा है। इसलिए ही स्कूल नहीं आ रही।

Mohit