15 जुलाई तक दिया अल्टीमेटम, मंत्रियों व विधायकों के घरों के बाहर छोड़ेंगे गौधन

punjabkesari.in Tuesday, Jun 26, 2018 - 07:32 AM (IST)

लुधियाना (गुप्ता): पंजाब सरकार द्वारा काऊ सैस के नाम पर करोड़ों रुपए की वसूली के बावजूद राज्य की 472 गौशालाओं की मुफ्त बिजली बंद करने के आदेश जारी करने से भड़के पंजाब गौशाला महासंघ ने राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने की घोषणा की है। पत्रकार सम्मेलन में गौसेवा मिशन के प्रमुख स्वामी कृष्णानंद जी महाराज, श्री गोविंद गौधाम के सुंदरदास धमीजा ने कहा कि 15 जुलाई तक पंजाब सरकार ने 472 गौशालाओं के लगभग 8 करोड़ रुपए के बिल माफ व गौशालाओं की अन्य मांगों की तरफ ध्यान न दिया तो गौधन को पंजाब के मुख्यमंत्री, कैबिनेट मंत्री, विधायक, जिलाधीश व एस.डी.एम. के घरों के बाहर छोड़ा जाएगा।

स्वामी जी ने चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार बिजली पर प्रति यूनिट 2 प्रतिशत समेत अन्य 8 आइटमों पर गौधन के पालन-पोषण के लिए काऊ सैस के नाम पर करोड़ों रुपए की वसूली करने के बावजूद भी गौधन को अंधेरे में जीवन व्यतीत करने पर मजबूर कर रही है। अगर राज्य सरकार ने उक्त नादरशाही फरमान वापस न लिया तो पंजाब गौशाला महासंघ संघर्ष के लिए सड़कों पर उतरेगा। एक प्रश्न के उत्तर में स्वामी कृष्णानंद ने कहा कि गौवंश के लिए आरक्षित भूमि पर राजनीतिज्ञों व भू-माफिया का कब्जा है और उनका भूमि को मुक्त करवाने तक आंदोलन जारी रहेगा।

इस दौरान लिप के वरिष्ठ नेता विपन सूद काका, शिव वैल्फेयर सोसायटी के अध्यक्ष बिट्टू गुंबर, सुरिन्द्र नैयर बिट्टू, पंजाब गौसेवा संघ, शिवसेना पंजाब, हिन्दू-सिख जागृति सेना, श्री गोविंद गौधाम, बाल गोपाल गौशाला, शिव शक्ति मंदिर किदवई नगर के प्रधान सुदर्शन गोसाईं, हिन्दू समाज पार्टी, लुधियाना काबड़ संघ, जिंदगी लाइव फाऊंडेशन के प्रतिनिधियों ने कहा कि गौशालाओं को मदद देकर मुख्यमंत्री को राज धर्म निभाना चाहिए था लेकिन ऐसा न करके पंजाब सरकार गौमाता के श्राप की भागी बन रही है।

Anjna