Made in India:1 मिनट में 8 सौ फायर करती है ये कार्बाइन गन

punjabkesari.in Monday, Jan 07, 2019 - 12:15 PM (IST)

जालंधर। भारत को पिछले कई दशकों से थल सेना के हथियारों के लिए दूसरे देशों पर निर्भर रहना पड़ता है। उच्च तकनीक के हथियार भारत को दूसरे देशों से खरीदने पड़ते हैं। आपको बताने जा रहे हैं कि अब हमारा देश भी हथियार बनाने में पीछे नहीं है। हमारे देश के वैज्ञानिकों ने उच्च तकनीक की कार्बाइन गन इजाद कर ली है। यह कार्बाइन गन एक मिनट में 800 बुलेट फायर करने में सक्षम है। जालंधर में चल रही 106 वीं इंडियन सांइस कांग्रेस में खुलासा हुआ कि आर्मामेंट रिसर्च एवं डेवलपमेंट एस्टेब्लिशमेंट, पुणे के वैज्ञानिकों ने इसे देश में ही तैयार कर लिया है।

तीन साल में हुई इजाद....
अभी तक इस तरह की कार्बाइन को भारत रूस से खरीदता आया था। हालांकि अब अपने देश के वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि यह कार्बाइन गन रूस की तकनीक से काफी ज्यादा अग्रणी है। तीन साल में तैयार की गई इस कार्बाइन को सैनिक आसाानी से इस्तेमाल कर सकते हैं। देश की आर्मी इस कार्बाइन गन का परीक्षण कर रही है। जल्द ही देश की सेना को इसकी सप्लाई शुरू कर दी जाएगी।

रूस से बेहतर है कार्बाइन की तकनीक
आर्मामेंट रिसर्च एवं डेवलपमेंट एस्टेब्लिशमेंट पुणे  डिप्टी डायरेक्टर वैज्ञानिक एनआर गवली ने बताया कि इस कार्बाइन की मारक क्षमता रूस की कार्बाइन गन से ज्यादा है। रूस की कार्बाइन एक मिनट में 150 मीटर के दायरे में 600 बुलेट फायर करती है, जबकि हमारे देश तैयार की गई कार्बाइन की मारक क्षमता 200 मीटर की है, और यह एक मिनट में 800 बुलेट दाग देती है।
 
ग्रेनेड लांचर भी किया है निर्मित
एआरडीई पुणे ने सैनिकों की सुविधा के लिए नया ग्रेनेड लांचर भी निर्मित किया है। गवली के अनुसार इस लांचर से ग्रेनेड की मारक क्षमता 400 मीटर दूरी तक होगी। इंसास राइफल और एके-47 के साथ ग्रेनेड को अटैच कर दुश्मन पर फायर भी किया जा सकता है। 

Suraj Thakur