अमृतसर में भीख मंगवाने वाला माफिया सरगम, प्रशासन खामोश

punjabkesari.in Sunday, Oct 07, 2018 - 05:33 PM (IST)

अमृतसर (बौबी): महानगर में बच्चियों व सूरदासों से भीख मंगवाने का माफिया बड़ी तेजी से फल-फूल रहा है। भीख मंगवाने वालों का यह माफिया छोटे-छोटे बच्चों और सूरदास को प्रति घंटे के हिसाब से भीख मगवाने के लिए किराए पर देते हैं और एक बच्चे को 2 घंटे के लिए भीख मांगने के लिए किराए पर दिया जाता है और 50 रुपए 2 घंटों के लिए वसूल किए जाते है। यह क्रम सारा दिन चलता रहता है। एक सूरदास 2 घंटे में 300 से 400 कमाकर देता है और उसके बदले में सूरदास को तीन समय का भोजन दिया जाता है। इसी प्रकार छोटे-छोटे बच्चों को भीख मांगने के लिए भेजा जाता है तांकि लोग भावुक होकर उन्हें ज्यादा से ज्यादा भीख दे सके। छोटे बच्चों की कमाई इससे ज्यादा है। 300 से 400 तक प्रति घंटा छोटे बच्चों की कमाई है। इसके बदले में बच्चे की मां को भी 50 रुपए 2 घंटे के लिए दिए जाते हैं। छोटे बच्चों की कमाई इसलिए ज्यादा है क्योंकि लोग भावुक होकर ज्यादा पैसे दे देते हैं। भीख मंगवाने वाला माफिया काफी वर्षों से सरगम है, लेकिन प्रशासन का इस ओर ध्यान नहीं है।



22 परिवारों को दिए जा चुके हैं फ्लैट 
जहाजगढ़ क्षेत्र में 22 परिवार ऐसे हैं जो झुगीया डालकर वर्षों से यहां डेरा जमाए हुए है। सरकार की तरफ से इन परिवारों को 45 गज के बने हुए फ्लैट दिए जा चुके है। मगर यह परिवार वहां पर नहीं जा रहे। वर्षों से यह जहाजगढ़ में ही डेरा जमाए हुए हैं। इंटेलिजेंस विभाग के लिए भी यह एक खतरे की घंटी है। दुश्मन देश के जासूस इन झुग्गियों में पना लेकर कई वारदातों को अंजाम भी दे चुके है। थोड़ा सा लालच देकर दुश्मन देश के जसूस यहां पर भिखारियों की वेशभूषा में रहते पकड़े भी जा चुके है।



नाम के भिखारी, जेब से मालामाल
इन झुग्गियों में रहने वाले लोगों की अगर गहनता से जांच की जाए तो उनसे भारी मात्रा में नगदी बरामद हो सकती है। कहने को तो यह भिखारी हैं मगर जेबो से यह मालामाल है। सूत्रों से पता चला है कि अगर किसी व्यक्ति ने सौ-सौ के नोट बड़ी करंसी 2000 में तकदील करवानी हो तो इन झुग्गियों में बड़े आराम से हो जाती है। यहां तक कि इन झुगीयो के मालिकों के पास मोटरसाइकिल एक्टिवा और कुछ के पास तो कार भी है।



कहां से आते है यह
सूरदास की कमाई खाने वाला माफिया रेलवे स्टेशन बस स्टैंड पर घूमते रहते है। जहां पर भी इनको कोई सूरदास मिलता है, यह उसे अपने साथ इन झुग्गियों में ले आते है और उनसे भी भीख मंगवाने का काम करते है। इन झुग्गियों में कुल आठ सूरदास हैं।

Mohit