Mahadev Betting App के संस्थापक रवि उप्पल दुबई से लापता, एजैंसियों के लिए बड़ा झटका
punjabkesari.in Wednesday, Nov 05, 2025 - 04:57 PM (IST)
जालंधर (विशेष): महादेव ऑनलाइन बुक ऐप के सह-संस्थापक रवि उप्पल एक बार फिर सुर्खियों में हैं। बताया जा रहा है कि दिसंबर 2023 में इंटरपोल नोटिस के आधार पर दुबई में गिरफ्तार किए गए उप्पल अब UAE से गायब हो गया है और फिलहाल उसका कोई पता नहीं चल रहा है।
सूत्रों के अनुसार भारतीय एजैंसियां, जिनमें प्रवर्तन निदेशालय (ई.डी.), केंद्रीय जांच ब्यूरो (सी.बी.आई.) और छत्तीसगढ़ पुलिस शामिल हैं, रवि उप्पल और उनके साथी सुरेश (सौरभ) चंद्राकर को भारत लाने की कोशिश में थीं। लेकिन दुबई की अधिकारियों की ओर से उप्पल के एग्ज़िट रूट या डेस्टिनेशन को लेकर कोई जानकारी सांझा नहीं की गई। उल्टा, दुबई ने उनके खिलाफ चल रही प्रत्यर्पण प्रक्रिया को बंद करने पर भी औपचारिक रूप से विचार शुरू कर दिया है। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी के अनुसार उन्हें आधिकारिक चैनलों से सूचना मिली है कि रवि उप्पल दुबई छोड़ चुका है। हालांकि इंटरपोल रेड नोटिस अभी भी सक्रिय है, लेकिन उसके ठिकाने को लेकर कोई सुराग उपलब्ध नहीं है।
हजारों करोड़ का ऑनलाइन सट्टा नैटवर्क
महादेव ऑनलाइन बुक ऐप को 2018 में शुरू किया गया था, जिसके जरिए कथित रूप से क्रिकेट और फुटबॉल मैच, पोकर और अन्य कार्ड गेम, बैडमिंटन और टेनिस, यहां तक कि चुनाव परिणामों पर भी गैर-कानूनी सट्टेबाजी कराई जाती थी। ई.डी. की चार्जशीट के अनुसार बेटिंग एम्पायर देशभर में करीब 3,200 से अधिक पैनल संचालकों के जरिए रोज़ाना लगभग ₹240 करोड़ का अवैध लेन-देन कर रहा था। चंद्राकर और उप्पल पर लगभग ₹6,000 करोड़ की धनशोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) का आरोप है।
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री का नाम भी जुड़ा
महादेव ऐप मामले में छत्तीसगढ़ के तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का नाम भी कई बार जांच में आया था। हालांकि, उन्होंने सभी आरोपों को खारिज करते हुए इसे राजनीतिक साजिश बताया था।
एजैंसियों के लिए बड़ा झटका
रवि उप्पल के दुबई से लापता होने की खबर भारत के लिए एक बड़ा झटका मानी जा रही है, क्योंकि प्रत्यर्पण प्रक्रिया अपने अंतिम चरण में बताई जा रही थी। केस के कई अहम तार उनके बयान और डिजिटल डेटा से जुड़ने थे। फिलहाल भारतीय एजैंसियां इंटरपोल और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग तंत्र के जरिए उनकी लोकेशन ट्रैक करने में जुटी हुई हैं।

