हिमाचल प्रदेश से जोड़ने वाला ये Main रास्ता हैं पूरी तरह बंद, सैंकड़ों लोग परेशान

punjabkesari.in Monday, Jul 14, 2025 - 01:38 PM (IST)

नूरपुर बेदी: नूरपुरबेदी और पोजेवाल के लोगों को नंगल और हिमाचल प्रदेश से जोड़ने वाले मुख्य मार्ग पर एलग्रां पुल के लगभग डेढ़ साल से बंद होने से सैकड़ों लोग एक-दूसरे से पूरी तरह से कट गए हैं। पुल से यातायात बंद होने के कारण लोगों को उन दिनों जैसी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है जब वे पुराने दिनों में सुआं नदी को पार करते थे।

इतने लंबे समय तक पुल से यातायात बंद होने के कारण, जहां सरकार अभी तक इस पुल को बनाने में विफल रही है, वहीं इसे कमजोर करने की कोशिश कर रहे विपक्षी दलों के बड़े नेता भी इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं। जो लोगों में चर्चा का विषय बन गया है। आगामी विधानसभा चुनावों के दौरान बरसाती मेंढ़कों की तरह बाहर आकर राजनीति करने निकले नेता अब इस मुद्दे पर चुप क्यों हैं। 5 किलोमीटर की दूरी पुल पार करने वाले वाहनों को 25 से 50 किलोमीटर अधिक घूमकर अगमपुर जाना पड़ रहा है। सबसे ज्यादा परेशानी खालसा स्कूल भल्लड़ी को बसों से जाने वाले छोटे बच्चों को हो रही है। लोग पुल जल्द बनाने के दावों और वादों से तंग आ चुके हैं।

एलग्रां का यह महत्वपूर्ण पुल आखिर क्यों बंद हुआ
पंजाब सरकार ने खनन के कारण इस पुल के 5वें से 5वें पिलर के कमजोर होने के कारण दिसंबर 2023 में इस पुल को बंद कर दिया था। पूर्व में भी सरकारों ने इस पुल के आसपास सुआं नदी में खूब खनन करवाया था। 2002-07 तक कांग्रेस की कैप्टन सरकार के दौरान यहां खनन का जन्म हुआ, जिसके बाद 2007 से 2017 तक अकाली-भाजपा सरकार ने खनन माफिया को पूरा संरक्षण दिया। फिर 2017 से 2022 तक कांग्रेस सरकार ने खनन के नियमों की धज्जियां उड़ाईं। दिन-रात इस पुल के आसपास खनन मशीनों ने पुल की नींव को कमजोर कर दिया। मौजूदा सरकार भी 2022 से यहां खनन बंद नहीं कर पाई है। जम्मू के एक नामी खनन किंग को इस सरकार ने सलाखों के पीछे जरूर भेज दिया। जो एक गुंडा पर्ची और रेत माफिया का मुखिया था।

कांग्रेस और अकाली-भाजपा भी पुल निर्माण का श्रेय लेने के लिए एक दूसरे पर कीचड़ उछालने लगे
गौरतलब है कि इस पुल का शिलान्यास तत्कालीन अकाली-भाजपा सरकार के दौरान किया गया था, लेकिन पुल का निर्माण कांग्रेस सरकार के दौरान पूरा हुआ, जिसके कारण अकाली-भाजपा और कांग्रेस इस पुल का श्रेय लेने के लिए लड़ रहे थे, लेकिन आज कांग्रेस और अकाली-भाजपा पुल के बंद होने के मुद्दे पर चुप बैठे हैं।

मान सरकार द्वारा पुल निर्माण के लिए टेंडर जारी होने का दावा
इस पुल के जल्द निर्माण के लिए इस हलके के विधायक और शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने कई बार बयान दिए थे, लेकिन डेढ़ साल से इस पुल का काम शुरू नहीं हो पाया है। इस संबंध में जब शिक्षा मंत्री का पक्ष जानने के लिए उनके फोन नंबर पर संपर्क किया गया, तो उन्होंने फोन नहीं उठाया, लेकिन प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस पुल के निर्माण के लिए सड़क विभाग द्वारा 17.56 करोड़ रुपए का टेंडर जारी किया गया है।


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Vatika

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