अकाली दल छोड़ धार्मिक पार्टी बनाएंगे मनजीत सिंह जी.के.

punjabkesari.in Friday, Sep 13, 2019 - 09:11 AM (IST)

नई दिल्ली: दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व अध्यक्ष मनजीत सिंह जी.के. ने अपने सियासी भविष्य को लेकर लग रही अटकलों पर आज विराम लगा दिया। 7 दिसम्बर 2018 को कमेटी अध्यक्ष का पद छोडऩे वाले जी.के. की अगली मंजिल अब शुद्ध धार्मिक सियासत ही होगी।

हालांकि पिछले कुछ समय से जी.के. के मुख्यधारा की सियासत के लिए भारतीय जनता पार्टी में जाने की बातें भी चल रही थीं लेकिन जी.के. ने आज अपने पिता जत्थेदार संतोख सिंह की विरासत को आगे ले जाते हुए नई पंथक पार्टी के साथ आगामी दिल्ली कमेटी चुनाव लडऩे का बाकायदा ऐलान कर दिया। साथ ही कहा कि इस पार्टी का कोई भी सदस्य गुरुद्वारा चुनाव के अलावा सियासी चुनाव नहीं लड़ेगा तथा श्री गुरु ग्रंथ साहिब को समर्पित होगा। श्री अकाल तख्त साहिब पर राजनीतिक हस्तक्षेप को रोकना भी हमारे एजैंडे में शामिल होगा।जी.के. ने बताया कि 2 अक्तूबर को गुरुद्वारा सिंह सभा, ग्रेटर कैलाश पहाड़ी वाला में गुरमति समागम के दौरान पार्टी के नाम व एजैंडे का ऐलान किया जाएगा। नई पार्टी का सोसायटी एक्ट के तहत पंजीकरण करवा दिया गया है लेकिन गुरु सिद्धांतों की ओट तथा हजारों मित्रों व शुभङ्क्षचतकों की मौजूदगी में विधिवत तरीके से पार्टी का आगाज गुरु घर में किया जाएगा।

जी.के. ने बताया कि पार्टी का दिल्ली में मजबूत संगठन विकसित करने के लिए प्रदेश, जिला तथा वार्ड तक सभी समितियां बनाई जाएंगी। सभी आयु वर्ग तथा समुदाय के सभी तबकों को साथ लेकर चलने के लिए मुख्य इकाई के साथ ही स्त्री विंग, यूथ विंग, विद्यार्थी विंग, किरत विंग, बुद्धिजीवी विंग तथा धर्म प्रचार विंग का गठन वार्ड स्तर तक किया जाएगा। दिल्ली कमेटी के 46 वार्डों के आधार पर पूरी दिल्ली को 5 जिलों में बांटा जाएगा। साथ ही पूरी दिल्ली में सदस्यता अभियान चला कर 10,000 सक्रिय सदस्य बनाए जाएंगे। जी.के. ने कहा कि दिल्ली के सिख इतिहास को संरक्षित करने के लिए महान सिखों द्वारा किए गए कार्यों को संगठन के जरिए प्रचारित करने के लिए पूरी कोशिश की जाएगी इसलिए 178& में दिल्ली फतेह करने वाले महान सिख सेनापतियों के नाम पर संगठन के पांचों जिलों का नाम रखा जाएगा जिसमें बाबा बघेल सिंह, बाबा जस्सा सिंह आहलूवालिया, बाबा जस्सा सिंह रामगढिय़ा, जत्थेदार तारा सिंह घेबा तथा जत्थेदार महा सिंह शुक्रचकिया के नाम शामिल हैं। साथ ही धर्म प्रचार विंग का नाम महान शहीद भाई मनी सिंह के नाम पर रखा जाएगा। भाई साहिब ने गुरु गोङ्क्षबद सिंह जी के आदेश पर तलवंडी साबो में आदि ग्रंथ साहिब में गुरु तेग बहादुर साहिब द्वारा रचित 9वें महले के श्लोकों को जोड़ कर दमदमी बीड़ तैयार की थी। इसी बीड़ को बाद में गुरु गोङ्क्षबद सिंह जी ने नांदेड़ साहिब में गुरुतागद्दी देकर गुरु का दर्जा दिया था। इसके अलावा दशम ग्रंथ के लिए बाणी का संकलन भी भाई मनी सिंह ने किया था। 

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