कृषि क्षेत्र की अशांति पर केंद्रीय बजट चुप, उत्तर भारत की ‘उपेक्षा'': मनप्रीत बादल

punjabkesari.in Monday, Feb 01, 2021 - 07:17 PM (IST)

चंडीगढ़ः पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने केंद्रीय बजट की आलोचना करते हुए सोमवार को कहा कि इसमें कृषि क्षेत्र में फैली अशांति, बेरोजगारी और मध्य वर्ग की समस्याओं का समाधान नहीं किया गया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को 2021-22 का बजट पेश किया। बादल ने सिलसिलेवार ट्वीट में दावा किया कि बजट में ‘‘समूचे उत्तर भारत'' की उपेक्षा की गई। 

बादल ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘बजट में कृषि क्षेत्र की अशांति पर कुछ नहीं कहा गया। राजग द्वारा शुरू संकट का समाधान नहीं किया गया। एमएसपी पर भी इसमें कुछ नहीं कहा गया।' पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हजारों किसान पिछले कई हफ्ते से कृषि कानूनों को वापिस लिए जाने और फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानूनी गारंटी दिए जाने की मांग को लेकर दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं। बादल ने कहा कि बजट में बेरोजगारी पर भी कुछ नहीं कहा गया। बादल ने आरोप लगाया, ‘‘महामारी की स्थिति से सही से नहीं निपट पाने के कारण बेराजगारी के आंकड़े बढ़ते जा रहे हैं। लेकिन इस मुद्दे पर बजट में कुछ नहीं कहा गया। मध्य वर्ग की दिक्कतों के समाधान के लिए भी कुछ उपाय नहीं किए गए हैं।'' 

उन्होंने कहा, ‘‘समूचे उत्तर भारत को नजरअंदाज किया गया। क्यों? क्योंकि यहां अभी चुनाव नहीं होने हैं। जिन राज्यों में चुनाव होने हैं उन्हें सौगातें मिली हैं। जैसे कि जिन पांच राज्यों में चुनाव होना है, वहां के लोगों को ही सबसे ज्यादा पद्म पुरस्कार दिए गए।'' पंजाब के वित्त मंत्री ने कहा कि राजस्व के सृजन पर भी कुछ नहीं कहा गया है। उन्होंने कहा, ‘‘राजग राजस्व कैसे जुटाएगा? बजट में भारत की अमूल्य संपत्ति को बेचने की बात कही गयी है। एक चीज स्पष्ट है। केंद्र सरकार और ज्यादा सरकारी संपत्तियों को बेचना चाहती है।''

Mohit