5 वर्ष लोगों को नजरअंदाज करने वाले कई उम्मीदवारों को दिन में दिखे ''तारे''

punjabkesari.in Sunday, Mar 06, 2022 - 02:02 PM (IST)

गुरदासपुर (जीत मठारू): 20 फरवरी को पड़ीं वोटों की गिनती में कुछ दिन रह गए हैं जिस कारण उम्मीदवारों के दिलों की धड़कनें तेज होती जा रही हैं। आम लोगों के अंदर भी इस बार के चुनाव नतीजे जानने के लिए उत्सुकता बढ़ती जा रही है। वोटों पड़ने उपरांत अगले दिन से उम्मीदवारों ने अपनी जीत-हार की समीक्षा करनी शुरू कर दी थी जिसके अंतर्गत उम्मीदवारों ने अलग-अलग बूथों पर अपने पोलिंग एजेंटों और समर्थकों द्वारा यह जानने की कोशिश की थी कि कौन-से बूथ पर उनकी कैसी स्थिति रही है। 

बता दें कि इस बार वोटरों ने राजनीतिज्ञों को उनके अंदाज में उलझा कर रखा है जिसके चलते अब तक वोटरों ने अपने दिलों के भेद नहीं खोले और आज भी मतदान में उम्मीदवारों की जीत-हार सम्बन्धित अंदाजे लगाने बेहद कठिन दिखाई दे रहे हैं। ऐसे हालातों में अनेकों उम्मीदवारों ने कुछ एजेंसियों के साथ संपर्क करके भी अपनी स्थिति का पता लगाने की कोशिश की है जिससे मतदान से पहले ही उनको अपनी जीत-हार का अंदाजा हो सके।

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मतदान से पहले भी ली थी एजेंसियों की मदद
यह भी पता लगा है कि अनेकों उम्मीदवारों ने मतदान से पहले भी सर्वे एजेंसियों की मदद के ली थी जिससे उनको पता लग सके कि कौन-से गांव यां वार्ड में उनकी स्थिति कमजोर है। कुछ उम्मीदवारों को इन एजेंसियों ने पहले ही सूचित कर दिया था कुछ गांवों में लोगों का रुझान उनके पक्ष में नहीं है। इस कारण यह पता लगा है कि ऐसे गांवों में उम्मीदवारों ने लोगों को भरमाने के लिए हर प्रयास कोशिश की। खास तौर पर कई सत्ताधारी विधायकों ने इस मामले को काफी गंभीरता के साथ लिया और अन्यों गांवों में वार्ड की स्थिति की जानने की कोशिश की।

बेहद उत्साहित हैं अकाली दल के उमीदवार
इन्हें मतदान दौरान अकाली दल और बसपा गठजोड़ के उम्मीदवार सबसे ज्यादा उत्साहित नजर आ रहे हैं जो यह समझ कर चल रहे हैं कि इस बार ज्यादा हलकों के चयन मैदान में त्रिकोणीय टक्कर होने के कारण कांग्रेस को ज्यादा नुक्सान होगा। अकाली नेताओं का अनुमान है कि आम आदमी पार्टी ने इस मतदान दौरान सत्ताधारी कांग्रेस के वोट बैंक को ज्यादा ह्रास लगाया है। इस कारण कांग्रेस का वोट टूट कर आम आदमी पार्टी के हक में जाएगा, जबकि अकाली दल को ‘आप’ ज्यादा नुकसान नहीं कर सकेगी। अकाली दल इस उम्मीद के साथ ज्यादा हलकों में जीत की आशा लगाई बैठा है जिस कारण अकाली वर्कर काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं।

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आम आदमी पार्टी की बड़ी जीत सम्बन्धित चर्चे
इस बार यदि जीत सम्बन्धित सबसे ज्यादा दावे और चर्चाओं की बात की जाए तो इस मौके सबसे बड़ी चर्चा ‘आप’ को लेकर सुनने को मिल रही है जिस ढंग के साथ पिछले दिनों में सोशल मीडिया पर ‘आप’ को स्पष्ट बहुमत मिलने सम्बन्धित चर्चा होती रही है। उस अनुसार आम लोगों में इस पार्टी की जीत सम्बन्धित सबसे ज्यादा प्रचार किया जा रहा है। इस पार्टी के कई उम्मीदवारों ने अपनी जीत को यकीनी समझ कर अब से जश्न मनाने की तैयारी कर ली। एक उम्मीदवार ने बातचीत करते कहा कि कांग्रेस पार्टी इस बार बहुत बड़े भ्रम में है जबकि वास्तविकता यह है कि इन मतदान दौरान कांग्रेसी उम्मीदवारों के चयन प्रचार में आगे रहने वाले कई दल-बदलते लोग ‘आप’ के उम्मीदवारों को मिलते रहे। इस कारण इस बार के चयन नतीजे हैरानीजनक होंगे जो कांग्रेस के पैरों नीचे से जमीन खिसका देंगे।

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कांग्रेस को सत्ता वापसी की उम्मीद
कांग्रेस पार्टी बारे आम पंचायतों में यही चर्चा है कि पिछले महीनों में कांग्रेस के अंदर मचे घमासान ने इस पार्टी को बड़े स्तर पर नुकसान पहुंचाया है। यदि कांग्रेस पार्टी मतदान से कुछ महीने आपसी गुटबंदी में उलझन की बजाय विरोधियों का डट कर मुकाबला करती तो इस पार्टी को हराना अन्य पार्टियों के लिए आसान नहीं होना था। चाहे मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी और उनकी सरकार ने कुछ दिनों में सख्त मेहनत की परन्तु इसके बावजूद कांग्रेस की अंदरूनी फुट ने पार्टी को बड़ा नुकसान किया है। ऐसी स्थिति में जो कांग्रेसी विधायकों और मंत्रियों ने हलकों अंदर लोगों के सेवक बनकर लोग सेवा की है उनकी जीत सम्बन्धित आज भी पक्की उम्मीद बरकरार है।
 
कुछ कांग्रेसी विधायकों और मंत्रियों ने सत्ता के नशे में हलके के आम लोगों को तो क्या मिलना था बल्कि अपने वर्करों की बात भी नहीं सुनी। उनको इस मतदान दौरान दिन में तारे दिखाई दिए हैं और आज भी ऐसे नेता यह दावा कर रहे हैं कि वह जीतेंगे जरूर, चाहे कुछ वोटों का फर्क थोड़ा ही रह जाए। कांग्रेसी खेमों की तरफ से भी सर्वे करवा कर जीत-हार सम्बन्धित अंदाजा लगाया जा रहा है और सर्वे को आधार मान कर आज भी कांग्रेस को दोबारा सत्ता में वापिस होने की उम्मीद दिखाई दे रही है।

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News Editor

Urmila

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