जहरीली शराब पर कांग्रेस की चुप्पी पर कई नेताओं ने उठाए सवाल

punjabkesari.in Monday, Aug 03, 2020 - 05:32 PM (IST)

चंडीगढ़(अश्वनी): जहरीली शराब पीने से पंजाब में हुई मौतों के बाद कांग्रेस हाईकमान सीधे निशाने पर आ गई है। केंद्र सहित राज्य स्तर पर कई वरिष्ठ नेताओं ने कांग्रेस हाईकमान की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं। वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि कांग्रेस हाईकमान गैर-भाजपा शासित प्रदेशों में होने वाली छोटी से छोटी घटनाओं पर तीखी प्रतिक्रिया देती है लेकिन पंजाब में जहरीली शराब पीने से करीब 100 लोगों की मौत के बाद भी अभी तक कांग्रेस हाईकमान चुप्प है।

गया से भाजपा के पूर्व सांसद हरी मांझी ने तो सीधे कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या वह पंजाब नहीं जाएंगी? उत्तर प्रदेश सरकार में सूचना सलाहकार स्लभमणि त्रिपाठी ने भी प्रियंका गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि पंजाब भी देश में ही है, वहां आप की हुकूमत है, लोग चीख कर बता रहे हैं कि जहरीली शराब का पैसा कांग्रेस के ‘बड़े मालिकों’ की जेब तक जाता है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डाक्टर हर्षवर्धन ने जहरीली शराब पीने से हुई मौतों पर दुख जताया है। 

‘आप’ ने 117 विधानसभा क्षेत्रों में किया विरोध प्रदर्शन
राज्यस्तर पर भी विपक्षी दल ने जहरीली शराब पर सख्त तेवर अख्तियार कर लिए हैं। रविवार को आम आदमी पार्टी के नेताओं ने राज्य के 117 विधानसभा क्षेत्रों में सुबह 11 से 1 बजे तक विरोध प्रदर्शन किए। नेता विपक्ष व आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता हरपाल सिंह चीमा ने जहरीली शराब को लेकर सीधे तौर पर मुख्यमंत्री अमरेंद्र सिंह को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि राज्य में राजनेता और पुलिस प्रशासन मौत के सौदागरों से मिलकर शराब और नशे के काले कारोबार को पूरी तरह संगठनात्मक तरीके से चला रहे हैं। ऐसे सभी अवैध धंधे मुख्यमंत्री कार्यालय की सरपरस्ती के बगैर संभव नहीं हैं। चीमा ने कहा कि सभी विधानसभा क्षेत्रों में सामाजिक दूरी का ध्यान रखते हुए विरोध प्रदर्शन किया। आप पार्टी के नेताओं ने काली पट्टी बांधकर और हाथों में सरकार विरोधी तख्तियों पकड़कर विरोध जताया।

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