शहीद हुए नायब सूबेदार का बेटा बोला, 'फौज में भर्ती होकर लूंगा दुश्मनों से पिता का बदला'

punjabkesari.in Monday, Aug 31, 2020 - 10:47 AM (IST)

तरनतारन (रमन): जिले के कस्बा श्री गोइंदवाल साहिब का नायब सूबेदार देश की सुरक्षा करता हुआ शहीद हो गया, जिस दौरान जहां कस्बे में शोक की लहर दौड़ पड़ी है। वहीं परिवारिक सदस्यों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है। गौर हो कि शहीद की तरफ से इस संसार को अलविदा कहने के बाद उसके बेटे ने बड़े होकर फौजी बन दुश्मनों से पिता की मौत का बदला लेने की बात कही है।
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राजविंद्र सिंह ने माता बलविंदर कौर की कौख से पिता जगीर सिंह जो खुद फौज में सेवा निभा रहे थे, के घर गांव गोइंदवाल साहिब में जन्म लिया, जो पढ़ाई करने उपरांत 1998 दौरान प्रथम सिक्ख लाईट इंनफैंटरी रेजीमैंट में बतौर सिपाही भर्ती हुआ था, जिसके बाद अलग-अलग राज्यों में ड्यूटी पर तैनात राजविंदर सिंह ने अपनी मेहनत और बहादुरी की मिसाल पेश करते हुए दुश्मनों को मिट्टी में मिलाते हुए देश का नाम रौशन किया। राजविंदर सिंह की शादी मनप्रीत कौर के साथ हुई थी। राजविंदर सिंह के पिता जगीर सिंह की करीब 2 साल पहले मौत हो चुकी है, जबकि भाई सुखविंदर सिंह जो फौज में नौकरी करता था और कुआरा था, की एक सड़क हादसे दौरान 2009 दौरान मौत हो गई। घर में राजविंदर सिंह ही परिवार का सहारा रह गया, जिसकी तरफ से बुजुर्ग मां बलविंदर कौर (70) का ध्यान रखते हुए समूह परिवार, जिसमें बच्चे जोबनजीत सिंह (16), बेटी पवनदीप कौर (15) और बेटी अकसजोत कौर (10) को पढ़ाई करवाते हुए अच्छे संस्कार दिए। राजविंदर सिंह की तरफ से फौज में बहादुरी के साथ ड्यूटी को देखते हुए भारत सरकार ने तरक्की देते हुए नायब सूबेदार नियुक्त कर दिया। राजविंदर सिंह अपने बेटे जोबनजीत सिंह को भी फौज में भर्ती करवाना चाहता था।
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राजविंदर ने दुश्मनों से लोहा लेते हुए शहादत प्राप्तकर की मिसाल पेश
सेवा मुक्त कैप्टन सरदूल सिंह निवासी गोइंदवाल साहिब ने बताया कि रविवार को जम्मू के राजौरी सैक्टर में हुई मुठभेड़ में नायब सूबेदार राजविंदर सिंह ने मिसाल पेश करते हुए दुश्मनों से लोहा लेते हुए शहादत प्राप्त कर ली। जिसका जममू स्थित हैडक्वार्टर में देर शाम पोस्टमार्टम होने उपरांत मृतक के शव को हवाई जहाज जरिए अमृतसर लाया जाएगा। जिसके बाद कस्बा गोइंदवाल साहिब में शहीद का पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार करते हुए श्रद्वांजलि भेंट की जाएगी।

जल्द ही घर वापस आने के लिए कह गए थे राजविंदर सिंह
घर में मौजूद मृतक की पत्नी मनप्रीत कौर, बुजुर्ग मां बलविंदर कौर और बच्चों ने बताया कि राजविंदर सिंह बीती 26 जनवरी को 1 महीने की छुट्टी काटकर जल्द घर वापस आने के लिए कह गया था, जिनकी बीते शनिवार 4 बजे आखिरी बार राजविंदर सिंह के साथ फोन पर बातचीत की। परिवार ने रो-रोकर इस शहादत को देश के लिए मान का दर्जा देने की बात कही है। इसके साथ बेटे जोबनजीत सिंह ने बड़े होकर फौज में भर्ती होकर दुश्मनों से पिता की मौत का बदला लेने का वायदा किया है। इस दौरान जिले के डी.सी. कुलवंत सिंह और एस.एस.पी. ध्रुमन एच. निंबाले ने परिवार के साथ दुख सांझा किया है। 

शहीद के परिवार को मिलेगा मुआवजा
राजविंदर सिंह के शहीद होने की खबर सुनकर अब राज्य के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने शहीद के परिवार के साथ हमदर्दी जताई है। वहीं ऐलान कर उन्होंने शहीद के परिवार में से एक मैंबर को नौकरी देने और 50 लाख रुपए की सहायता राशि देने की बात भी कही है। 


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